दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निगम के सफाई कर्मचारियों की नौकरी पक्का करने की घोषणा को जुमला बताया है।
आप के नेता दुर्गेश पाठक ने संवाददाता सम्मेलन में मंगलवार को कहा कि भाजपा की दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कल एक बार फिर सफाई कर्मचारियों की नौकरी पक्का करने की घोषणा की। भाजपा इस तरह की घोषणा सालों से करती आ रही है, लेकिन उसे कभी लागू नहीं करती है। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान मरने वाले सफाई कर्मचारियों के परिवार को 10 लाख रुपए देने का वादा किया लेकिन आजतक उन्हें एक रुपया नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों की बरसों की मांग थी कि उनकी नौकरी पक्की कर दी जाए। भाजपा ने कल इसकी घोषणा की लेकिन सैकड़ों कर्मचारियों ने मुझे फोन किया और कहा कि यह लोग झूठ बोल रहे हैं। मैंने हैरानी से पूछा कि कैसे झूठ बोल रहे हैं! उन्होंने कहा कि यह लोग हर साल यही घोषणा करते हैं, लेकिन उसे कभी लागू नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि 2013 में यही घोषणा की थी लेकिन नौकरी पक्की नहीं की। उन्होंने 2016 में घोषणा की, 2018, 2020 और 2021 में भी घोषणा की थी लेकिन उसे कभी लागू नहीं किया। सफाई कर्मचारी वह हैं, जो दिल्ली को साफ रखने की सबसे अहम लड़ाई लड़ते हैं। उन्हें मान-सम्मान चाहिए। कोई 25 सालों से, कोई 30 सालों से तो कोई 40 सालों से नियमित नौकरी की मांग कर रहे हैं।
पाठक ने कहा, “15 दिन पहले बजट पेश किया गया। पूरे साल का बजट प्रस्ताव आया, जिसमें हमारे पार्षद, एलओपी और विधायक, सभी पूछते रहे कि सफाई कर्मचारियों को पक्का करने का प्रस्ताव इस बजट में क्यों नहीं है। आपने उनके लिए बजट क्यों नहीं आवंटित किया है, लेकिन भाजपा के लोगों ने इसपर कोई जवाब नहीं दिया। अचानक कल उन्हें लगा कि चुनाव पास हैं, अब तो यह भारी पड़ जाएगा। चुनाव प्रचार कैसे करेंगे, सफाई कर्मचारियों के बीच कैसे जाएंगे। तो यह लोग एक जुमला लेकर आ जाते हैं।”
उन्होंने कहा, “मैं आदेश गुप्ता और भाजपा के नेताओं से कहना चाहता हूं कि अब आपका समय खत्म हो चुका है। आपने जो कहर दिल्ली पर बरपाया है। दिल्ली पर भ्रष्टाचार की जो आंधी चलाई है, अब वह आंधी खत्म होने जा रही है। इस बार दिल्लीवाले हर वॉर्ड में आपकी जमानत जब्त करेंगे। हर गली, हर बूथ में आपकी जमानत जब्त होगी।”
कोंडली से ‘आप’ विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि दिल्ली में जो सफाई कर्मचारी काम करते हैं, वह सुबह सात बजे उठकर अपने घर से निकलते हैं और दिल्ली की सड़कों को साफ करने का जिम्मा अपने कंधों पर उठाते हैं। वे लोग कई सालों से पक्के होने की मांग कर रहे हैं, लेकिन भाजपा और उनके नेता, जब भी चुनाव होता है, हर चुनाव में आकर कहते हैं कि हम सभी कर्मचारियों को पक्का कर देंगे। कभी कहते हैं कि पांख् हज़ार कर्मचारियों को पक्का कर देंगे तो कभी कहते हैं कि 10 हज़ार कर्मचारियों को पक्का कर देंगे। लेकिन चुनाव के बाद क्या हाथ लगता है? केवल जुमला।