दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि “हुनर हाट”, दस्तकारों, शिल्पकारों की स्वदेशी विरासत के संवर्धन का सशक्त अभियान है।
नकवी ने पुड्डुचेरी के ओल्ड पोर्ट ग्राउंड में 36वें “हुनर हाट” के समापन के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि “हुनर हाट”, देश भर के कारीगरों, शिल्पकारों, दस्तकारों का प्रभावी “एम्प्लॉयमेंट एवं एम्पावरमेंट एक्सचेंज” साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने “हुनर हाट” के जरिये पिछले लगभग सात वर्षों के दौरान लगभग आठ लाख दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और स्व-रोजगार के अवसर मुहैया कराये हैं। इनमें 50 प्रतिशत से अधिक महिला कारीगर शामिल हैं।
नकवी ने कहा कि “स्वदेशी से स्वावलम्बन” के संकल्प के साथ “हुनर हाट” ने भारत की सदियों पुरानी कला-संस्कृति की विरासत को वैश्विक पहचान दिलाई है। पुड्डुचेरी में आयोजित “हुनर हाट” बहुत सफल रहा। पुड्डुचेरी और आस-पास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोगों ने आकर दस्तकारों, शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादनों की जम कर खरीददारी की। इसके अलावा दस्तकारों, शिल्पकारों को बड़े पैमाने पर ऑनलाइन आर्डर भी प्राप्त हुए हैं। इस “हुनर हाट” का उद्घाटन 12 फरवरी को पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी एवं केंद्रीय मंत्री डॉ. एल. मुरुगन द्वारा किया गया था।”हुनर हाट” के समापन के अवसर पर आज तेलंगाना की राज्यपाल एवं पुड्डुचेरी की उप-राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदराजन ने “हुनर हाट” का भ्रमण कर दस्तकारों, शिल्पकारों की हौसलाअफजाई की।
कौन कौन से राज्यों की प्रतिभा दिखेंगी, जानें?
उन्होंने कहा कि पुड्डुचेरी में आयोजित “हुनर हाट” में असम, बिहार, आंध्र प्रदेश, गुजरात, लद्दाख, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, नागालैंड, मेघालय, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, गोवा, पुडुचेरी, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, चंडीगढ़, हरियाणा सहित 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 600 से ज्यादा दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर शामिल हुए। ये कलाकार अपने साथ हस्तनिर्मित शानदार एवं दुर्लभ स्वदेशी उत्पाद लेकर आये। वहीं “हुनर हाट” के बावर्चीखाना में देश के विभिन्न क्षेत्रों के पारम्परिक पकवानों ने हिंदुस्तान के हर क्षेत्र के जायके का मज़ा दिया।
इस “हुनर हाट” में कविता कृष्णमूर्ति, रीत मिश्रा, रानी इन्द्राणी, अंकिता पाठक, हंसिका अय्यर, उपासना सिंह, विपिन अनेजा, प्रिया मल्लिक, विष्णुप्रिया, महालक्ष्मी अय्यर, श्रीराम अय्यर, वेलमुरुगन जैसे जाने-माने कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक, गीत-संगीत कार्यक्रम पेश किये।
नकवी ने कहा कि “आजादी के अमृत महोत्सव” के तहत “हुनर हाट” पुड्डुचेरी में देश भर के महान स्वतंत्रता सेनानियों का इतिहास एवं स्वतंत्रता संग्राम में उन महानायकों की भूमिका को भी बहुत सुन्दर तरह से दर्शाया गया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि “हुनर हाट”, देश की स्वदेशी दस्तकारी, शिल्पकारी की विरासत के “प्रोटेक्शन, प्रिजर्वेशन, प्रमोशन का परफेक्ट प्रकल्प” है। “कौशल कुबेरों के कुम्भ”, “हुनर हाट” से दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों को काम और नाम दोनों मिल रहा है। “हुनर हाट” “3वी”- “विश्वकर्मा विरासत के विकास” का महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा देश की हुनर की विरासत को नई ऊर्जा के साथ ही मौका और बाजार भी मुहैया कराया जा रहा है।
कौन कौन सी जगह होगा हुनर हाट का आयोजन, जानें?
नकवी ने कहा कि अगला “हुनर हाट” 25 फरवरी से हैदराबाद में आयोजित किया जायेगा। आने वाले दिनों में “हुनर हाट” का आयोजन नई दिल्ली, मैसुरु, गुवाहाटी, पुणे, अहमदाबाद, भोपाल, पटना, मुंबई, जम्मू, चेन्नई, चंडीगढ़, आगरा, प्रयागराज, गोवा, जयपुर, बेंगलुरु, कोटा, सिक्किम, श्रीनगर, लेह, शिलांग, रांची, अगरतला एवं अन्य स्थानों पर भी होगा।