दिल्ली: उत्तरी दिल्ली में 70 लाख की आबादी को विद्युत की आपूर्ति करने वाली प्रमुख कंपनी टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड ने लाइनमैन दिवस मनाया,जिसका उद्देश्य विद्युत वितरण के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ लाइनमैन और जमीनी रखरखाव कर्मचारियों के अथक प्रयासों की सराहना करना था। कार्यक्रम में लगभग 15,000 लाइनमैनों के योगदान को सराहा गया।
कंपनी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कार्यक्रम का केंद्र ‘सेवा, सुरक्षा, स्वाभिमान’ था, जिसका उद्देश्य देश भर के लाइनमैनों की निस्वार्थ सेवा का सम्मान और सराहना करना था। सभी को समान अवसर देने की कंपनी की सोच को दर्शाते हुए इस वर्ष दो कुशल महिला भी टीम में शामिल हुई हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया कि लाइनमैन यह सुनिश्चित करते हैं कि बिजली लाइन की मरम्मत और रखरखाव से जुड़ी आपातकाल की स्थिति आने पर समय पर काम पूरा किया जाए,जिससे आम जनता में भरोसा जागता है। महामारी के दौरान विद्युत सेवाओं के अग्रिम श्रेणी के कर्मचारियों ने आवश्यक सेवाओं सहित सभी ग्राहकों को बिजली की लगातार आपूर्ति सुनिश्चित की।
बयान में कहा गया कि कंपनी पहली भारतीय इकाई है जिसने पिछले वर्ष लाइनमैनों की कड़ी मेहनत को राष्ट्रीय पहचान देने की शुरुआत की थी और इस वर्ष टाटा पावर सहित दिल्ली, ओडिशा, मुंबई, अजमेर और जम्मू-कश्मीर, यूपी, झारखंड के अधिकतर हिस्सों से डिस्कॉम्स और राज्यों की इकाई ने इस दिन को मनाया।
इस अवसर पर टाटा पावर के संचरण और वितरण अध्यक्ष संजय बांगा ने कहा, “ हमारे कर्मचारियों की प्रतिबद्धता अभूतपूर्व रही है, यह अग्रिम श्रेणी के कर्मचारियों से कम नहीं है। हमारी मज़बूत प्रणालियों ने हमें न केवल दिल्ली में बल्कि अन्य स्थानों पर भी महामारी के दौरान तेज़ी से अनुकूलन और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद की। यह एक अनूठी क्षमता थी जिसे न केवल टाटा पावर बल्कि देश भर में अन्य वितरणकर्ताओं द्वारा भी प्रदर्शित किया गया था। हम उनकी सभी बाधाओं से लड़कर कठिन समय के दौरान देश की सेवा करने की उनकी प्रतिबद्धता को सलाम करते हैं।”
टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गणेश श्रीनिवासन ने कहा,“लाइनमैन दिवस के जरिए हम अग्रिम श्रेणी की निस्वार्थ प्रतिबद्धता और सेवा के लिए उनका आभार व्यक्त कर रहे हैं। हमारा मानना है कि वे टाटा पावर के नाम को सही माइनों में नई ऊंचाई पर ले जा रहे हैं। हमें गर्व है कि हमने इस कार्यक्रम की शुरुआत की।”
इस दिन से पूरे देश में सुरक्षा हफ्ते की भी शुरुआत होती है।