कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन से लौटे सभी 391लोगों का पुनर्वास किया जाएगा। साथ ही उन्होंने यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों को पूर्वी यूरोपीय राष्ट्र पढ़ाई के दौरान उनकी स्थिति के अनुसार सरकारी या निजी अस्पतालों में पुनर्वास का आश्वासन भी दिया।
राज्य में संचालित निजी या सरकारी अस्पतालों के सहयोग से पुनर्वास करने की पूरी कोशिश करेंगे : ममता
बनर्जी ने सरकारी और निजी अस्पतालों के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में छात्रों से कहा,“हम विशेष परिस्थितियों और मानवीय आधार पर यूक्रेन से लौटे सभी लोगों को राज्य में संचालित निजी या सरकारी अस्पतालों के सहयोग से पुनर्वास करने की पूरी कोशिश करेंगे।”
यहां खुदीराम अनुसिलन इनडोर स्टेडियम में यूक्रेन से लौटे लोगों के साथ बातचीत करते हुए बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की मंजूरी से विशेष परिस्थितियों में छात्रों की देखभाल करने का फैसला किया है।
छात्रों को न गवाना पड़े शैक्षणिक वर्ष

उन्होंने सीएमओ सचिव पीबी सलीम को तत्काल कार्रवाई को लेकर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग से अनुमोदन प्राप्त करेन के लिए राज्य सरकार के अनुरोध पत्र के साथ नयी दिल्ली जाने का निर्देश दिया, ताकि छात्रों को शैक्षणिक वर्ष न गंवाना पड़े।
उन्होंने कहा कि सभी छात्रों को उनके शैक्षणिक वर्ष के अनुसार सरकारी मेडिकल कॉलेजों में या निजी मेडिकल कॉलेजों में शामिल किया जाएगा।
छात्रों के निजी संस्थानों का 50 फीसद खर्चा राज्य सरकार करेगी वहन
उन्होंने कहा कि सरकारी कॉलेजों में छात्रों के जाने का खर्चा सरकार उठाएगी और निजी अस्पताल में सरकारी और निजी संस्थानों 50-50 फीसदी खर्चा वहन करेंगे।
बैठक में मौजूद निजी अस्पतालों के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के प्रस्तावों पर सहमति जताई है। गौरतलब है कि कुल मिलाकर राज्य में यूक्रेन लौटे से 391लोगों में से ज्यादातर मेडिकल छात्र हैं, उनमें से 11 इंटर्न हैं और कुछ इंजीनियरिंग के छात्र हैं।
इसके अलावा बनर्जी ने वापस लौटे छात्रों से राज्य सरकार द्वारा लांच किया गया ‘स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड’ लेने पेश की है। इस के तहत सरकार छात्रों को 15 साल के लिए साधारण ब्याज पर 10 लाख रुपये का लाख का ऋण दे रही है।