देहरादून। नगर निगम की ओर से प्लास्टिक के खिलाफ फिर से महाअभियान चलाया जाएगा। शनिवार को टाउन हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में मेयर सुनील उनियाल गामा और नगर आयुक्त अभिषेक रोहिला ने औपचारिक रूप से इस अभियान की शुरुआत की। अभियान देहरादून की संस्था एसडीसी फाउंडेशन के साथ मिलकर चलाया जाएगा।
स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के एक हिस्से के रूप में किया जाएगा यह अभियान : गामा
मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि यह अभियान स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के एक हिस्से के रूप में शुरू किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य स्वच्छ सर्वेक्षण में दून की रैंकिंग बेहतर करना है। उन्होंने कहा कि 2019 में प्लास्टि के खिलाफ मानव श्रृंखला बनाये जाने के बाद यह दूसरा महा अभियान शहर को प्लास्टिक कचरे से मुक्त करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि इस अभियान में शामिल होने के लिए देहरादून दून के 100 से ज्यादा सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को चिन्हित किया गया है। इन स्कूलों के 20 से 25 हजार छात्र-छात्राएं और उनके परिवार अभियान का हिस्सा होंगे। अभियान के तहत हर स्कूल में प्लास्टिक बैंक स्थापित किये जाएंगे। उन्होने कहा की प्रति छात्र सबसे ज्यादा प्लास्टिक एकत्रित करने वाले पहले तीन स्थानों पर रहे स्कूलों को 75 हजार रुपये, 50 हजार रुपये और 25 हजार रुपये ईनाम के तौर पर दिए जायेंगे। इसके अलावा 10 स्कूलों को सांत्वना पुरस्कार और अभियान में हिस्सा लेने वाले प्लास्टिक संरक्षक, प्लास्टिक योद्धा और प्लास्टिक प्रहरी को सर्टिफिकेट दिया जाएगा। एक महीने तक चलने वाले इस महा अभियान के दौरान हर स्कूल में प्रिंसिपल को प्लास्टिक संरक्षक, एक वरिष्ठ शिक्षक या कर्मचारी को प्लास्टिक योद्धा और क्लास मॉनीटर को प्लास्टिक प्रहरी बनाया जाएगा।