देहरादून। उत्तराखंड में जिला सहकारी बैंकों में चतुर्थ श्रेणी के के पदों की नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है। इस घोटाले की जांच शुरू हो गई है और जांच टीम ने किसी भी अधिकारी का नाम उजागर नहीं किया है। बताया जा रहा है कि ये भर्ती घोटाला देहरादून, पिथौरागढ़ और नैनीताल में हुआ है।
प्रदेश में जिला सहकारी बैंकों में चतुर्थ श्रेणी के 423 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ियों की शिकायत के बाद सहकारिता मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। उप निबंधक अल्मोड़ा, कुमाऊं मंडल नीरज बेलवाल की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने जिला सहकारी बैंक देहरादून में जांच शुरू कर दी है। देहरादून में इस तरह के 60 पद थे जिनके लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी। जांच टीम ने देहरादून में डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक में पहुंचकर जरूरी दस्तावेज खंगालकर उन्हें अपने कब्जे में ले लिया है। पहले डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक के दफ्तर को सीज कर दिया था।
भर्ती घोटाले पर कांग्रेस भी सरकार पर हमलावर हो गई है।कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि ये सरकार होनहार युवाओं का हक मार रही है और भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दे रही है। गरिमा दसौनी ने कहा कि ये पूरा मामला पहले ही सामने आ गया था, इसके बाद नियुक्तियों पर रोक लगाई गई थी, लेकिन सहकारी बैंकों के प्रबंधकों ने सरकारी आदेश को ताक पर रखकर नया खेल खेला और इस भर्ती घोटाले को अंजाम दिया।