इस्लामाबाद। पाकिस्तान के एक प्रमुख अखबार ने बुधवार को नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान के विरुद्ध अविश्वास मत को रद्द कर देश के लोकतंत्र को बड़ा झटका दिया है।
‘द डॉन’ अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा कि जब श्री सूरी ने रविवार को मनमाने ढंग से यह फैसला किया कि जनता द्वारा चुने गये 197 विपक्षी सांसद सरकार के खिलाफ विदेशी साजिश में शामिल हैं, तो उन्होंने संविधान का ‘दुरुपयोग’ किया।
इस प्रक्रिया में श्री सूरी ने ‘संसद में पेश प्रस्ताव पर स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान कराने की अपनी जिम्मेदारी’ का उल्लंघन किया।
संपादकीय में कहा गया, “अगर उन्होंने इतिहास देखा होता तो उन्हें कानूनी तरीके से अपने संवैधानिक कर्तव्यों को निभाने और अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के महान उदाहरण मिल जाते।”
द डॉन ने कहा, “अगर कासिम सूरी ने अपने आका इमरान खान के डर से, या अपने राजनीतिक हित में यह कदम उठाया है, तो उन्हें पाकिस्तान की पहले से कमजोर लोकतांत्रिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है।”
संपादकीय के माध्यम से डिप्टी स्पीकर को याद दिलाया गया कि उनके असली आका इमरान खान नहीं बल्कि नेशनल असेंबली है। उसने कहा, “संसद के स्पीकर को सांसदों का रक्षक होना चाहिए।”
संपादकीय ने उच्चतम न्यायालय से श्री सूरी के फैसले को पलटने की मांग करते हुए कहा, “यह सिर्फ संविधान के लिए ही आखिरी मौका नहीं है, यह पाकिस्तान में लोकतंत्र के लिए भी आखिरी मौका हो सकता है।”