पोटचेफ्सट्रूम: भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम मंगलवार को यहां नौ साल पुराना इतिहास दोहराने से चूक गई। उसे यहां 2021 एफआईएच महिला जूनियर हॉकी विश्व कप के राेमांचक कांस्य पदक मैच में इंग्लैंड से पेनल्टी शूटआउट में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा।
मैच बेहद रोमांचक रहा। दोनों ही टीमों ने शुरुआत से ही आक्रामकता दिखाई और डिफेंस को मजबूत रखा और एक-दूसरे को गोल करने का कोई मौका नहीं दिया, जिसके चलते पहला क्वार्टर गोल रहित रहा। इंग्लैंड ने फिर दूसरे क्वार्टर की शुरुआत शानदार फील्ड गोल से की, जब 18वें मिनट में इंग्लैंड की कप्तान मिली गिग्लियो ने बेहतरीन फील्ड गोल दाग कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। यह बढ़त हालांकि ज्यादा देर तक बरकरार नहीं रही, क्याेंकि फॉरवर्ड मुमताज खान ने जवाबी फील्ड गोल से भारत की 1-1 से बराबरी कराई। दूसरे क्वार्टर में इसके बाद कोई गोल नहीं हुआ और क्वार्टर इसी स्कोर पर समाप्त हुआ।
तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने मैच को और चुनौतीपूर्ण बना दिया। दोनों टीमों ने काफी मौके बनाए, लेकिन कोई भी टीम गोल करने में कामयाब नहीं रही। भारत की ओर से काफी अच्छा डिफेंस देखने को मिला। कड़ी स्पर्धा के कारण तीसरा क्वार्टर गोल के बिना समाप्त हुआ।
चौथे और आखिरी क्वार्टर ने मैच को अपने पक्ष में करने के लिए जी जान लगा दी, लेकिन सफलता पहले भारत को मिली। इनफॉर्म मुमताज ने 47वें मिनट में मैच का दूसरा गोल करते हुए टीम को 2-1 से महत्वपूर्ण बढ़त दिला दी। यहां से इंग्लैंड पर काफी दबाव आ गया और उसने स्कोर की बराबरी करने में अपनी पूरी ताकत लगा दी। एक समय पर मैच भारत के पक्ष में जाता लग रहा था, लेकिन क्लाउडिया स्वैन ने 58वें मिनट में फील्ड गोल दाग कर इंग्लैंड की वापसी कराई। परिणामस्वरूप मैच 2-2 से ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
मैच का विजेता घोषित करने के लिए बाद में पेनल्टी शूटआउट कराया गया, जिसमें इंग्लैंड ने स्ट्राइक और डिफेंस में भारत से बेहतर प्रदर्शन किया। इंग्लैंड ने अपने पहले तीनों प्रयासों में गोल किया, जबकि भारतीय टीम तीनों प्रयासों में गोल करने में विफल रही और 0-3 से हार गई और कांस्य पदक से चूक गई।
उल्लेखनीय है कि 2013 महिला जूनियर हॉकी विश्व कप में सुशीला चानू की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने कांस्य पदक मैच में इंग्लैंड को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराया था, लेकिन आज सलीमा टेटे के नेतृत्व वाली भारतीय टीम इतिहास दोहराने से चूक गई।