दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय पीयूष गोयल ने कहा कि वर्ष 2030 तक भारत से वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात एक हजार अरब डालर तक पहुंच जाएगा।
देश के इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी इंडिया) के निर्यात उत्कृष्टता समारोह के लिए 51वें राष्ट्रीय निर्यात पुरस्कार में श्री गोयल ने उद्योग और प्रत्येक क्षेत्र से सामूहिक रूप से गुणवत्ता, उत्पादकता और पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं पर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने निर्यात में उल्लेखनीय योगदान के लिए ईईपीसी इंडिया की सराहना करते हुए सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी।
इस समारोह में 34 उत्पाद समूहों में 111 निर्यातकों ने 7 श्रेणियों में ईईपीसी इंडिया नेशनल अवार्ड 2018-19 जीता। विजेताओं में भेल, नाल्को, एचएएल, टाटा मोटर्स, आरआईएनएल जेएसडब्ल्यू स्टील, तोशिबा, टोयोटा किर्लोस्कर, भारत फोर्ज और बजाज ऑटो शामिल है।
गोयल ने कहा कि सरकार अपनी ओर से निर्यातकों के लिए बाजार में अधिक से अधिक पहुंच को सुनिश्चित करेगी। संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया के साथ हाल ही में हुए मुक्त व्यापार समझौते रिकॉर्ड समय में संपन्न हुए हैं।
गोयल ने कहा कि भारत ने लगभग एक दशक के बाद इस तरह के व्यापार समझौते किए हैं और किसी भी तिमाही से कोई नकारात्मक प्रतिक्रिया या रिपोर्ट नहीं मिली है।
उन्होंने कहा,”आप कल्पना कर सकते हैं कि हम प्रत्येक उद्योग, प्रत्येक निर्यात संवर्धन परिषद, प्रत्येक मंत्रालय और प्रत्येक विभाग के साथ कार्य कर रहे हैं।”
ईईपीसी इंडिया के अध्यक्ष महेश देसाई ने कहा,”महामारी के कारण अनिश्चितता अभी पूरी तरह से कम नहीं हुई है, तेल की कीमतें खतरनाक रूप से अधिक हैं जबकि कुछ क्षेत्रों में भू-राजनीतिक मुद्दे खतरों को बढ़ा रहे हैं। देश में निर्यातक समुदाय को घरेलू मुद्दों का भी सामना करना पड़ता है, जो निर्यात की वृद्धि में बाधा डाल सकते हैं।