हुनर हाट ने नौ लाख से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों को उपलब्ध कराए रोजगार : नकवी

दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ ने एक तरफ जहाँ देश की सदियों पुरानी शिल्पकारी, दस्तकारी की विरासत संजोने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है वहीं दूसरी ओर नौ लाख से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगार-रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं।

नकवी ने शनिवार मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में 40वें ‘हुनर हाट’ के आयोजन स्थल पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और खेल एवं युवा मामलों के मंत्री श्री अनुराग ठाकुर द्वारा रविवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे किया जायेगा। उन्होंने कहा कि देश के हर हिस्से में ‘स्वदेशी और वोकल फॉर लोकल’ की जबरदस्त ताकत का एहसास कराता कौशल कुबेरों का 40वाँ ‘हुनर हाट’, 16 से 27 अप्रैल तक मुंबई में चलेगा।

उन्होंने कहा कि ‘हुनर हाट’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ एवं ‘स्वदेशी से स्वावलम्बन’ का सशक्त, सफल, सुदृढ़ और प्रभावी प्रकल्प साबित हुआ है। ‘हुनर हाट’ ने एक तरफ जहाँ देश की सदियों पुरानी शिल्पकारी, दस्तकारी की विरासत के ‘प्रिजर्वेशन, प्रोटेक्शन, प्रमोशन’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है वहीं दूसरी ओर नौ लाख से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगार-रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं। इनमें 50 प्रतिशत से अधिक महिला कारीगर शामिल हैं। अब तक देश भर में आयोजित हुए 39 ‘हुनर हाट’ में प्रत्येक ‘हुनर हाट’ में औसतन आठ से 10 लाख लोगों ने भ्रमण किया है।

नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ ने देश के दूर-दराज के क्षेत्रों से शिल्पकारी, दस्तकारी की कला को मंच प्रदान कर उसे राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाई है। ‘स्थानीय को वैश्विक ब्रांड’ बनाने का मजबूत प्लेटफार्म बन गया है हुनर हाट।

केंद्रीय मंत्री कहा कि दस्तकारी, शिल्पकारी से जुड़े परिवारों की युवा पीढ़ी अपनी स्वदेशी विरासत से दूर जा रही थी। मार्किट और मौके के अभाव में यह विरासत विलुप्त होने के कगार पर पहुँच चुकी थी। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों की पुश्तैनी विरासत के विकास और संवर्धन के लिए प्रभावी कदम उठाये हैं।

नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ जैसे कार्यक्रम के जरिये अब दस्तकारों, शिल्पकारों की युवा पीढ़ी भी अपनी पुश्तैनी विरासत को आगे बढ़ा रही है। उन्हें ‘हुनर हाट’ ने जबरदस्त अवसर मुहैया कराये हैं। उन्हें अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि आज हुनर हाट का प्रत्येक दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर बड़ी संख्या में स्वदेशी उत्पादनों की बिक्री कर रहा है। इससे, दस्तकारों, शिल्पकारों के जीवन में आर्थिक क्रांति आई है।

उन्होंने कहा कि ‘हुनर हाट’ ने महिला दस्तकारों, शिल्पकारों की आकाँक्षाओं को नई ऊर्जा, नई उम्मीद दी है। हुनर हाट, महिला दस्तकारों, कारीगरों की मेहनत, सफलता की कहानियों से भरपूर है। ये महिला दस्तकार, शिल्पकार स्वयं की तरक्की के साथ ही अपने परिवार को भी खुशहाल बना रही हैं।

नकवी ने कहा कि बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स, मुंबई में 16 से 27 अप्रैल, 2022 आयोजित हो रहे 40वें हुनर हाट में 31 से अधिक राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों से लगभग 1000 दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर भाग ले रहे हैं जिनमें बड़ी संख्या में महिला कारीगर, शिल्पकार शामिल हैं। मुंबई हुनर हाट में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, नागालैंड, मध्य प्रदेश, मणिपुर, बिहार, आँध्र प्रदेश, झारखण्ड, गोवा, पंजाब, लद्दाख, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, केरल सहित देश के हर क्षेत्र से हुनर के उस्ताद कारीगर अपने साथ शानदार उत्पाद लेकर आये हैं।

नकवी ने कहा कि हुनर हाट के बावर्चीखाना (फूड कोर्ट) में यहाँ आने वाले लोग, देश के विभिन्न क्षेत्रों के परंपरागत व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगें। इसके अलावा, “मेरा गांव, मेरा देश”, विश्वकर्मा वाटिका, प्रतिदिन होने वाले सर्कस, “महाभारत” का मंचन, प्रसिद्द कलाकारों के गीत-संगीत के कार्यक्रम, आजादी का अमृत महोत्सव पवेलियन, सेल्फी पॉइंट्स आदि मुंबई में आयोजित “हुनर हाट” का प्रमुख आकर्षण हैं।

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