दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि भारत महान सिख गुरुओं के बलिदान का ऋणी है और सरकार सिख गुरुओं की शिक्षाओं के प्रचार प्रसार के लिए पूर्णतः समर्पित है।
शाह ने बुधवार को सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व के मौके पर लाल किले में आयोजित कार्यक्रम में कहा,” नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देशभर में श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व को धूम धाम से मनाया जा रहा है और इसी उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत लाल किले में अलौकिक समागम का आयोजन किया गया है।”
शाह ने कहा कि गुरु तेगबहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व के इस समागम में गुरुवार को प्रधानमंत्री एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का भी विमोचन करेंगे।
इसके साथ ही बच्चों के लिए कॉमिक व एनिमेशन फिल्मों का शुभारंभ भी होगा, जिसे देश की हर भाषा में अनुवादित किया जाएगा ताकि देश का हर बच्चा उनके जीवन से प्रेरणा ले सके।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा,”गुरुनानक देव जी का 550वां, गुरु तेगबहादुर जी का 400वां व गुरु गोबिंद सिंह जी का 350वां प्रकाश पर्व मनाने का सौभाग्य भी नरेंद्र मोदी जी को मिला। जिसे मोदी जी ने पूरे मन व भक्तिभाव से मनाकर न सिर्फ भारत बल्कि विश्वभर में महान सिख गुरुओं की शिक्षाओं व आदर्शों का प्रचार-प्रसार किया। ”
उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने धर्म की रक्षा के लिए चार साहिबजादों सहित अपना सर्वस्व बलिदान कर सिख गुरुओं की महान परंपरा को आगे बढ़ाया। भारत महान सिख गुरुओं के बलिदान का ऋणी है।
शाह ने कहा कि मुगल आक्रांताओं द्वारा कश्मीरी पंडितों पर अत्याचारों के विरुद्ध गुरु तेगबहादुर जी ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया लेकिन अधर्मी औरंगजेब के सामने सिर नहीं झुकाया। उन्होंने कहा कि सिर कलम करने वाले इतिहास में खो गये लेकिन 400 साल बाद भी करोड़ों लोग गुरु तेगबहादुर जी के बलिदान को नमन करते हैं।