नैनीताल। उत्तराखंड के रामनगर में चार दिन पहले बुजुर्ग को फायरिंग कर घायल करने वाले मामले का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। दोनों निजी अस्तपाल व लैब में काम करते हैं।
रामनगर के पुलिस क्षेत्राधिकारी बलजीत सिंह भाकुनी की ओर से आज इस मामले का खुलासा करते हुए बताया गया कि जिन दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, वे दोनों मूल रूप से उप्र के बिजनौर व मुरादाबाद जनपद के रहने वाले हैं और काशीपुर में एक निजी अस्पताल व लैब में कार्य करते हैं।
दोनों के नाम जसविंदर सिंह पुत्र जरनैल सिंह निवासी ग्राम व थाना रेहड़ जिला बिजनौर, उप्र हाल संजीवनी अस्पताल, काशीपुर व गौरव कश्यप पुत्र चंद्रपाल सिंह निवासी कल्याणपुर, थाना भगतपुर, मुरादाबाद हाल एसआरएल लैब काशीपुर शामिल हैं। दोनों के पास से 32 बोर की पिस्तौल, एक तमंचा व चार जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं।
पुलिस को जांच में पता चला कि मनविंदर सिंह के तीन साल पहले फेसबुक पर रामनगर की एक महिला से दोस्ती हो गयी थी। दोनों की बात आगे बढ़ी तो वे आपस में मिलने लगे। यह बात महिला के नजदीकी राजदीप सिंह देओल निवासी नारायणपुर, करनपुर को नागवार गुजरी और उनका विरोध किया। इसी मामले में दोनों की रामनगर थाना में काउंसिलिंग भी की गयी।
गुरूद्वारा काशीपुर में इस मामले में एक पंचायत भी की गयी। आरोप है कि पंचायत के दौरान राजदीप के पिता जसविंदर ने इस मामले को लेकर आरोपी मनविंदर के साथ गाली गलौज कर दी और उसे मरवाने की धमकी भी दे दी। यह बात आरोपी को खल गयी। इसी दौरान आरोपी की जान पहचान काशीपुर के एसआरएल लैब में काम करने वाले गौरव कश्यप से हो गयी और उसने उसे पूरी बात बता दी।
गौरव कश्यप मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा में हत्या के एक मामले में जेल की हवा खा चुका है। दोनों ने जसविंदर को जान से मारने की योजना बनायी। घटना को अंजाम देने के लिये पिस्तौल व तमंचा की व्यवस्था की गयी और दोनों ने काशीपुर के संजीवनी अस्पताल के बाहर खड़ी एक मोटर साइकिल को चोरी कर ली।
घटना के लिये दोनों ने ईद का दिन चुना। दोनों चोरी की मोटर साइकिल से रामनगर के लक्ष्मीपुर बनिया आम के बाग के पास पहंुच गये। जसविंदर जब अपनी मोटर साइकिल से वापस घर लौट रहा था तब दोनों ने उसका पीछा किया और पहले पिस्तौल से गोली मारी लेकिन वह बच निकला। इसके बाद तमंचे से फायर कर दिया। वह जमीन पर गिर गया। दोनों आरोपी फरार हो गये।
राजदीप की ओर से अगले दिन इस मामले की शिकायत पुलिस को की गयी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच के बाद दोनों को आज हाथी डंगर वन विभाग के बैरियर के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को जब पता चला कि जसविंदर जिंदा है तो दोनों फिर आरोपी को मारने की फिराक में थे। उससे पहले ही पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।