अयोध्या। उत्तर प्रदेश में अयोध्या नगर निगम ने मठ मंदिरों को करमुक्त किये जाने का प्रस्ताव पारित कर दिया है।
महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने गुरूवार को बताया कि बुधवार देर शाम मंडलायुक्त के गांधी सभागार में नगर निगम की बोर्ड की बैठक में मठ मंदिरों को कर मुक्त किये जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। अब मठ-मंदिरों को केवल प्रतीकात्मक टैक्स (टोकन मनी) ही देना होगा। इसके साथ ही मंदिरों का बकाया टैक्स माफ करने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में शहर में जलभराव से निजात के लिये 182 करोड़ रुपये से नालों का निर्माण करने का भी फैसला लिया गया।

करीब तीन घंटे चली बैठक में अयोध्या के मठ-मंदिरों को कर मुक्त किये जाने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया। उन्होंने साफ किया कि इस दायरे में केवल वही मठ-मंदिर व आश्रम आयेंगे जो मठ-मंदिर आश्रम का व्यवसायिक उपयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिये गृहकर, जलकर में दस फीसदी छूट दिये जाने की समय सीमा भी 31 जुलाई तक बढ़ा दी गयी है।
उन्होंने बताया कि शहर को जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिये करोड़ों रुपये की लागत से विकास प्राधिकरण अयोध्या निर्माण करवायेगा। अकेले अयोध्या जोन से ही नगर निगम प्रशासन को टैक्स के रूप में ढाई करोड़ रुपये की आमदनी होती है। इस जोन में करीब आठ हजार मठ-मंदिर व आश्रम हैं। उन्होंने बताया कि 95 प्रतिशत मठ-मंदिर अयोध्या जोन में ही हैं, ऐसे में अब मठ-मंदिर, आश्रम व धर्मशाला जो अपने स्थान का व्यवसायिक प्रयोग नहीं कर रहे हैं, उन्हें कर से मुक्त किया जायेगा।