प्योंगयांग। उत्तर कोरिया में कोरोनावायरस संक्रमण के अत्यधिक प्रसार को देखते हुए देश के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने दवाओं की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सेना को काम पर लगाने का आदेश दिया है। दक्षिण कोरियाई समाचार एजेंसी योनहाप ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
12 मई को उत्तर कोरिया ने अपने यहां कोरोना वायरस संक्रमण की पहली लहर की घोषणा की क्योंकि इस दौरान कुछ लोग कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन बीए.2 से संक्रमित पाए गए थे। राज्य द्वारा संचालित समाचार एजेंसी केसीएनए के मुताबिक, देश में अप्रैल के महीने की आखिर से एक अंजान बीमारी का प्रसार होना शुरू हुआ है।
शनिवार को यहां 296,000 से अधिक नए मरीज सामने आए और 15 की मौत हुई। अब तक कुल मिलाकर 820,000 लोग यहां बुखार की चपेट में आ चुके हैं।
एजेंसी के मुताबिक, किम ने देश में दवाओं की आपूर्ति निरंतर रूप से न होने के लिए सरकार को फटकार लगाई।
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने देश में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देश में आजादी के बाद से अब तक का सबसे गंभीर आपातकाल बताया है। यहां के सभी शहरों में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई ताकि वायरस के प्रसार की कड़ी को यथाशीघ्र तोड़ा जा सके।
08 मई को राजधानी प्योंगयांग में ओमिक्रॉन का पहला मामला दर्ज होने के बाद 12 मई को किम ने प्रतिक्रिया उपायों पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक की। किम ने इस दौरान सख्ती से लॉकडाउन का पालन करवाने और महामारी रोकथाम प्रणाली को जुटाने का आदेश दिया, जिसमें दवाओं की निरंतर व नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सेना का इस्तेमाल करना भी शामिल रहा।