विजयवाड़ा। आन्ध्र प्रदेश तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष के अत्चनैडु ने जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी सरकार पर सनसनीखेज काकीनाडा दलित हत्या से बढ़ रही जनता की नाराजगी से ध्यान भटकानें के लिए मंगलवार को कोनसीमा हिंसा की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
अत्चनैडु ने कहा कि रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के दंगाइयों और आगजनी करने वालों ने उनके मंत्री और विधायक के घरों को जला दिया जबकि पुलिस वहां मूक दर्शक बनी रही।उन्होंने कहा कि काकीनाडा में दलित हत्या में उनकी ही पार्टी के विधान पार्षद (एमएलसी) की संलिप्तता और सरकार के हर मोर्चा पर विफलताओं के चलते उनका नाम खराब होने की वजह से मुख्यमंत्री हताश है। इसके अलावा चंद्रबाबू नायडू द्वारा महंगाई और बढ़े करों के खिलाफ चलाये जो रहे बदूड़े बदुडू अभियान को मिल रहे व्यापक जन समर्थन से भी श्री जगन मोहन रेड्डी, काफी चिंतित है।
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि अन्नाम साई नाम का एक वाईएसआरसीपी कार्यकर्ता अमलापुरम हिंसा के लिए जिम्मेदार है । ऐसी तस्वीरें भी सामने आयी है जिनमें अन्नाम साईं सज्जला रामकृष्ण रेड्डी को गले लगाते हुये और मंत्री पिनिपे विश्वरूप का अभिनंदन करते हुए दिखाई दे रहे है। इस सब के बावजूद गृह मंत्री और अन्य मंत्रियों ने तेदेपा पर तनाव पैदा करने का आरोप लगाया।
तेदेपा के वरिष्ठ नेता ने सवाल उठाया कि कोनसीमा जिला मुख्यालय शहर में धारा 144 लागू होने के बावजूद पुलिस ने इतनी बड़ी सभा करने की अनुमति क्यों दी और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल क्यों नही बुलाया गया। जब दंगा हो रहा था तो पुलिस अधीक्षक बिना टोपी और अन्य सुरक्षा उपकरणों इधर-उधर घूम रहे थे। उन्होंने कहा कि अमलापुरम में केवल एक पुलिस थाना है और सर्किल इंस्पेक्टर दो सप्ताह से अधिक समय से छुट्टी पर हैं उनके स्थान पर कोई प्रभारी नियुक्त नहीं किया गया ।
उन्होंने सरकार से इस पर स्पष्टीकरण मांगा की जब दंगाइयो मंत्री और मुम्मीदिवरम में विधायक घर जलाने आ रहे थे तो इनके घरों पर पुलिस और सुरक्षा का इंतजाम क्यों नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने केवल गणमान्य व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए ध्यान रखा।उन्होंने कहा कि मंत्री और उनके घरों को जलाने में परिस्थितिजन्य साक्ष्य मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी के लोगों का हाथ होने का साफ इशारा करते हैं।