पंचकुला। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की शुरुआत शनिवार को भव्य उद्घाटन समारोह के साथ होगी जिसमें गत चैंपियन महाराष्ट्र और हरियाणा के बीच श्रेष्ठता के लिए मुकाबला होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह , हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर उद्घाटन समारोह में प्रमुख अतिथि होंगे जिसमें लोकप्रिय रैपर रफ़्तार परफॉर्म करेंगे।
केंद्रीय खेल राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक, हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह भी खचाखच भरे ताऊ देवी लाल स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में मुख्य अतिथियों में मौजूद रहेंगे।
देश को कई ओलम्पिक और एशियाई खेलों के विजेता देने वाले हरियाणा ने 2018 में पहले खेलो इंडिया यूथ गेम्स में नंबर एक पोजीशन हासिल की थी। लेकिन महाराष्ट्र ने अगले ही साल अपने घर पर इन खेलों के होने का पूरा फायदा उठाते हुए तालिका में नंबर एक स्थान हासिल कर लिया था। महाराष्ट्र ने 85 स्वर्ण जीते थे और हरियाणा 62 स्वर्ण को दूसरे स्थान पर छोड़कर पुणे में नया चैंपियन बन गया था। महाराष्ट्र ने गुवाहाटी में अगले संस्करण में अपना दबदबा कायम रखते हुए 78 स्वर्ण जीते जो उसके नजदीकी प्रतिद्वंद्वियों से 10 ज्यादा थे।
अब मेजबान के रुप में हरियाणा पिछली पराजय का हिसाब चुकाने के लिए बेताब है। हरियाणा ने न केवल अपने लिए महाराष्ट्र को पीछे छोड़ने का लक्ष्य रखा है बल्कि वह 100 स्वर्ण पदक से भी आगे जाना चाहता है। हरियाणा कुश्ती, नुक्केबाजी और एथलेटिक्स में जितना संभव हो सके, उतने पदक जीतना चाहता है, इसके अलावा वह टीम स्पर्धाओं में भी पदक जीतना चाहता है।
हरियाणा को साथ ही महाराष्ट्र पर भी अपनी नजर रखनी होगी जो अपना खिताब बचाने के लिए तैराकों, निशानेबाजों , जिम्नास्टों और भारोत्तोलकों पर भरोसा कर रहा है। हरियाणा दल प्रमुख वैशाली शर्मा ने कहा,“हम ओवरआल चैंपियनशिप जीतना चाहते हैं और वो भी रिकॉर्ड अंतर से तथा हमने अपनी टीमों को तैयार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।”
हरियाणा 396 सदस्यीय दल उतार रहा है जो खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2021 में सबसे बड़ा है और वे हर खेल में हिस्सा लेंगे। हरियाणा ने राज्य के विभिन्न स्थलों पर तीन छोटे शिविर आयोजित किये थे। खेल निदेशक पंकज नैन निजी रूप से खिलाड़ियों की प्रगति की निगरानी रखते हुए यह सुनिश्चित कर रहे थे कि उन्हें सर्वोच्च सुविधाएं मिलें।
राज्य का खेल विभाग अपने एथलीटों के बैठने का परफेक्ट इंतजाम कर रहा है और साथ ही स्टैंड्स को उनके प्रशंसकों तथा उनके परिवार के सदस्यों से भरने के भी विशेष इंतजाम कर रहा है।
हरियाणा खेल विभाग के उप निदेशक सत्यदेव मलिक ने कहा, “चूंकि ये खेल हरियाणा में हो रहे हैं इसलिए हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हर स्टडियम में माहौल हर खेल में एक अतिरिक्त टीम सदस्य की भूमिका अदा करे। इससे विपक्षी टीम सदस्यों पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा।”
पिछले दो संस्करणों ,जहां खेलो इंडिया यूथ गेम्स दो आयु वर्गों में आयोजित हुए थे, के मुकाबले इस बार अंडर 18 आयु वर्ग के खिलाड़ी ही सर्वोच्च सम्मान के लिए उतरेंगे। महाराष्ट्र इसे अपने फायदे के रूप में देख रहा है। महाराष्ट्र के दल प्रमुख अनिल चोरमाले ने जोर देकर कहा उनकी टीम इतनी मजबूत है कि वह मेजबान की चुनौती पर काबू पा सकती है।
उन्होंने कहा,“यह एक आयु वर्ग में सबसे बड़ा दल है। हमने सर्वश्रेष्ठ लाइन अप चुनी है और मुझे विश्वास है कि हम लगातार तीसरी बार खिताब हासिल करेंगे।’ महाराष्ट्र ने 318 सदस्यीय दल उतारा है और वह 25 खेलों में से 23 में उतरेगा।
कर्नाटक और दिल्ली ओवरआल तालिका में तीसरे स्थान के लिए जूझेंगे। कर्नाटक अपनी पदक उम्मीदों के लिए तैराकी और एथलेटिक्स पर भरोसा कर रहा है।लेकिन दिल्ली, 253 सदस्यों के साथ ,विभिन्न खेलों में पदक उम्मीद लगाए हुए है और शीर्ष दो दावेदारों से फासला कम करने की उम्मीद कर रहा है।
ओवरआल , 4,700 एथलीट ,जिसमें 2,262 लडकियां शामिल हैं , 25 खेलों में 269 स्वर्ण, 269 रजत और 358 कांस्य पदकों के लिए जूझेंगे।