देवरिया। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को कहा कि कृषि योग्य भूमि में तीन फीसदी के करीब आर्गेनिक तत्व होने चाहिए, जो वर्तमान में शून्य दशमलव पांच प्रतिशत के करीब रह गया है। इससे बचाव के लिये गौ आधारित खेती करना किसानों के लिये श्रेयस्कर है।
शाही ने पांच करोड़ 87 लाख रुपये की लागत से देवरिया पशु अस्पताल में मॉडर्न पशु पाली क्लीनिक भवन का शिलान्यास करने के बाद कहा कि जिले में करीब चार लाख उन्यासी हजार गाय व भैस हैं, किसान और पशु पालक दूध विक्रय से भी अपनी आजीविका चलाते हैं,आधुनिकतम चिकित्सा सुविधा के लिये इस पाली क्लिनिक भवन का शिलान्यास किसानों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा। इस भवन निर्माण हेतु गत वर्ष ही दो करोड़ 84 लाख रुपये अवमुक्त कर दिया गया था, जिसका निर्माण कार्य अब शुरू हो रहा है और यह दो वर्ष में बन कर तैयार हो जाएगा।
उन्होंने मृदा की खराब स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि भूमि में तीन प्रतिशत के लगभग आर्गेनिक तत्व होने चाहिए जो वर्तमान में 0.5 फीसदी के लगभग रह गया है जिससे पोषक तत्वों सहित उत्पादन निरन्तर कम हो रहा है,,स्थिति यदि ऐसी ही रही तो 2030 तक भूमि बंजर होने की स्थिति में पहुँच जाएगा ,,जिससे गौ आधारित खेती ही बचा सकती है।
कृषि मंत्री ने कहा कि हमारे किसान कम्बाइन सहित आधुनिक कृषि यंत्रों के संचालन से अनभिज्ञ हैंं। इसको देखते हुए,बैतालपुर स्थित कृषि यंत्रालय की कृषकों के लिए ट्रेनिग सेंटर के रूप में विकसित कर विभिन्न यंत्रो के संचालन के लिये दक्ष बनाया जाएगा।
गौरतलब है कि देवरिया जिले में कुल 26 पशु अस्पताल कार्यरत हैं जिनमे पशु चिकित्सकों की भारी कमी है,जिला पशुधन अधिकारी डा.पीएन सिंह ने बताया कि अभी 15 पशु चिकित्सक जिले में कार्यरत हैं और चिकित्सकोंं को लाने का प्रयास किया जा रहा है।