दिल्ली। कांग्रेस ने शुक्रवार को नरेन्द्र मोदी सरकार से सेना में भर्ती के लिए ‘अग्निपथ योजना’ को तुरंत रद्द करने मांग करते हुए कहा कि यह योजना ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ और युवाओं के हित में नहीं है।
कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा,“ हम केन्द्र सरकार से अग्निपथ योजना को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग करते हैं। यह भर्ती योजना न तो राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में है और न ही हमारे युवाओं के भविष्य के लिए सुरक्षित है। यह एक ऐसी योजना है जो भारतीय सेना और राष्ट्र के लिए अनुकूल नहीं है। ”
कांग्रेस सांसद ने सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहे सभी युवाओं के लिए तीन वर्ष की मांग की। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्ष से सेना में कोई भर्ती नहीं हुई है।
हुड्डा ने कहा,“ रक्षा मंत्री द्वारा घोषित दो साल की छूट अभ्यर्थियों के लिए अपर्याप्त है। हम सरकार से मांग करते हैं कि वह देश के युवाओं से माफी मांगे क्योंकि पिछले तीन साल से सेना में कोई भर्ती नहीं हुई है और यह भर्ती क्यों नहीं की गयी। ”
कांग्रेस सांसद ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा, “ प्रधानमंत्री देश के युवाओं की आकांक्षाओं के बारे में क्यों नहीं सोच रहे हैं? सरकार इस तरह योजना को लाकर बेरोजगारी के मुद्दे से लोगों का ध्यान भटका रही है और अपनी असफलता को छुपाना चाहती है, जो बेहद अफसोस जनक है। ”
उन्होंने युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील की और अहिंसा के माध्यम से अपने विचारों को व्यक्त करने को कहा है।
केन्द्र सरकार ने गुरुवार रात वर्ष 2022 के लिए अग्निपथ योजना भर्ती में अधिकतम आयु 21 से दो वर्ष बढ़ाकर 23 वर्ष करने की घोषणा की है। सरकार ने फैसला किया है कि 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती प्रक्रिया के लिए एक बार यह छूट दी जाएगी। सरकार ने कहा कि वह इस बारे में जानती है कि पिछले दो वर्षों के दौरान भर्ती करना संभव नहीं हो सका है।
केन्द्र सरकार की सेना में नये भर्ती अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद देश में चारों ओर प्रदर्शन और हिंसा हो रही है, जहां युवाओं को चार साल के लिए तीनों सेनाओं में सशस्त्र बलों में ‘अग्निवीर’ के रूप में सेवा करने का मौका मिलेगा।