हैदराबाद। सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को अग्निपथ विरोधी प्रदर्शनकारियों द्वारा बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी के बाद रेलवे अधिकारियों ने आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के सभी महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी है।
एहतियात के तौर पर, वारंगल, काचीगुडा, हैदराबाद (नामपल्ली), घाटकेसर, मेडचल, लिंगमपल्ली और फलकनुमा (सभी तेलंगाना में) तथा तिरुपति, विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा और गुंटूर (सभी आंध्र प्रदेश में) में सभी महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर सशस्त्र रिजर्व और तेलंगाना राज्य विशेष पुलिस के कर्मियों को तैनात किया गया है।
सभी रेलवे स्टेशनों पर सशस्त्र पुलिस पिकेट तैनात किए गए हैं और यात्रियों को उनके यात्रा टिकटों की जांच के बाद रेलवे स्टेशनों के अंदर जाने दिया जा रहा है।

गौरतलब है कि शुक्रवार की सुबह प्रदर्शनकारियों ने तेलंगाना के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हंगामा किया और केंद्र की अग्निपथ योजना के विरोध में तीन ट्रेनों के चार डिब्बों को आग के हवाले कर दिया। स्थिति नियंत्रण से बाहर होने के बाद पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला दीं। पुलिस फायरिंग में वारंगल के एक प्रदर्शनकारी दामोदर राकेश की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए।
घायलों को सिकंदराबाद के सरकारी गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, घायलों में से एक, जिसके सीने में गोली लगी है, की हालत गंभीर है।
इस बीच, तेलंगाना सरकार ने शुक्रवार रात 18 वर्षीय राकेश के परिजनों को 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामाराव ने केंद्र से अग्निपथ योजना की समीक्षा करने की मांग करते हुए कहा कि यह उन लाखों युवाओं की आकांक्षाओं को धूमिल कर रही है जो सशस्त्र बलों में शामिल होना चाहते हैं।