चंडीगढ़। कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आज हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर निकाय चुनावों में ‘जीत की खुशफहमी‘ पालने का आरोप लगाते हुए कहा कि 75 फीसदी शहरी मतदाताओं ने पार्टी को खारिज किया है।
उन्होंने यहां जारी बयान में कहा कि निकाय चुनावों में पड़े कुल 12,71,782 वोटों में से 3,33,873 वोट भाजपा को मिले हैं यानी हर चार में से तीन मतदाताओं ने भाजपा को खारिज किया है।
हुड्डा ने कहा कि इससे पहले भाजपा को निकाय चुनावों में इतना कम वोट कभी नहीं मिला था और यह भाजपा के घटते जनाधार का प्रतीक है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि सोचने वाली बात है कि भाजपा को शहरों में जब 26 प्रतिशत वोट मिला है तो गांवों में इनकी क्या हालत होगी? उन्होंने दावा किया कि प्रदेश के गांवों से लेकर शहरों तक गठबंधन सरकार से लोगों का मोहभंग हो चुका है और यही कारण है कि मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री समेत सरकार में बैठे कई मंत्री भी अपने हलकों में सारी ताकत झोंकने के बावजूद पार्टी प्रत्याशियों को नहीं जिता पाए। प्रदेश के मुख्यमंत्री के जिले करनाल में चार में से तीन नगर पालिकाओं में भाजपा को हार मिली, वहीं उप-मुख्यमंत्री के हलके उचाना में जजपा प्रत्याशी कहीं मुकाबले में भी नहीं दिखाई दिये।
उन्होंने स्पष्ट करना चाहा कि सामने कांग्रेस पार्टी चुनावी मैदान में नहीं थी हालांकि कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने की खुली छूट दे रखी थी और दावा किया आजाद उम्मीदवारों, जिनमें अधिकांश कांग्रेस कार्यकर्ता थे, को 6,63,669 वोट मिले जो भाजपा को मिले मतों से दुगने थे।