जयपुर। राजस्थान में डिर्स्ट्क्टि मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट के माध्यम से कराए जाने वाले कार्यों की गुणवता सुनिश्चित करने के लिए खान विभाग द्वारा ठोस कदम उठाने का निर्णय किया गया है।
खान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि डीएमएफटी फण्ड से विभिन्न संस्थाओं द्वारा कराए जाने वाले कार्यों की गुणवत्ता की जांच स्वतंत्र थर्ड पार्टी से कराने और थर्ड पार्टी को उसके कार्यों के भुगतान के संबंध में नियमों के प्रावधानों का विश्लेषण कर इस संबंध में कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्हांेने बताया कि इसके लिए उपसचिव माइंस प्रथम नीतू बारुपाल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। समिति के अन्य सदस्यों में अतिरिक्त निदेशक प्रशासन आरएएस हर्ष सावनसुखा एवं वित्तीय सलाहकार गिरिश कछारा को सदस्य बनाया गया है। समिति 15 दिवस में अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगी।

उन्होंने बताया कि डिर्स्ट्क्टि मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट में ओसतन प्रतिमाह एक सौ करोड़ रु. की राशि एकत्रित होती है। उन्होंने बताया कि इस राशि से जिला स्तर पर गठित समिति की अनुशंषा पर क्षेत्र में शिक्षा में क्षेत्र के स्कूल-कॉलेज की बिल्डिंग, अन्य आधारभूत सुविधाएं, स्वास्थ्य में सिलकोसिस के ईलाज एवं सिलकोसिस पीड़ितों को सहायता, मेडिकल हास्पिटल बिल्डिंग या अन्य उपकरण आदि, पेयजल से जुड़े कार्य, सड़क निर्माण सहित विभिन्न तरह के कार्य संबंधित जिलों में इस राशि से किया जाता है।
उन्होंने बताया कि यह कार्य संबंधित विभागों द्वारा कराया जाता है एवं जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तर पर गठित कमेटी द्वारा इस व्यय के लिए राषि स्वीकृत की जाती है।