बस्ती। उत्तर प्रदेश में बस्ती जिले के बाबा भदेश्वरनाथ मंदिर में इस साल लगभग 05 लाख कावड़िये प्राचीन भदेश्वरनाथ मन्दिर में जलाभिषेक करेंगे।
मंदिर प्रबंधन की ओर से शनिवार को यह जानकारी देते हुए दावा किया गया कि भदेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए करीब पांच लाख से अधिक श्रद्धालु 26 तथा 27 जुलाई को अयोध्या से जल लेकर यहां पहुंचेंगे। उनकी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबन्ध किये जा रहे हैं।
कांवड़ यात्रा के मद्देनजर गोरखपुर-लखनऊ राजमार्ग पर 24 जुलाई को रात में 12 बजे से 27 जुलाई को कांवड़ यात्रा तथा मेला संपन्न होने तक यातायात डायवर्ट रहेगा। लखनऊ से बस्ती, खलीलाबाद, गोरखपुर और गोरखपुर से वाया बस्ती लखनऊ की तरफ आने-जाने वाले वाहनों को अलग-अलग रूट से जाना होगा। कोरोना काल मे कावड़ यात्रा 2020 एवं 2021 में प्रतिबंधित रही थी। इस बार श्रद्वालु बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
एक अनुमान के मुताबिक इस साल कावड़ यात्रा में बस्ती मण्डल के सिद्वार्थनगर जिले से लगभग 30 हजार श्रद्धालु, संतकबीरनगर जिले से लगभग 28 हजार एवं बस्ती जिले से लगभग 4 लाख 55 हजार श्रद्धालु भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्य में सरयू नदी का जल लेकर भगवान भोलेनाथ का 26 व 27 जुलाई को जलाभिषेक करेगे।
पुलिस महानिरीक्षक आरके भारद्वाज ने बताया है कि कावड़ियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहेगा। उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने पाये, इसके पूरे इंतजाम किये गये हैं।
मान्यता है कि महाभारत काल में द्यूतक्रीड़ा में हारने के बाद अज्ञातवास के दौरान युधीष्ठिर ने यहां शिवलिंग की स्थापना कर पूजा की थी। यह क्षेत्र वर्षों तक घने जंगलों से घिरा रहा। कहा जाता है कि ब्रिटिश कालीन सरकार मंदिर के आसपास के क्षेत्रफल पर कब्जा करना चाहती थी। मगर ब्रिटिश सेना को दैवीय आपदाओं के कारण अपने कदम पीछे खींचने पड़े।