देहरादून पुलिस को मिली बडी सफलता, हत्थे चढ़े व्हाट्सएप ग्रुप बना कर ठगी करने वाले 2 ठग

देहरादून। व्हट्सअप पर महानुभावों की डीपी लगाकर स्वंय को माननीय उच्चतम न्यायालय का न्यायमूर्ति बताकर लोगों से धोखाधडी करने वाले गिरोह के दो शातिर सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं।

उपनिरीक्षक दिलबर सिंह नेगी, एसटीएफ देहरादून द्वारा थाना कोतवाली पर सूचना दी कि एक साइबर गिरोह जो कि माननीय न्यायमूर्ति / महानुभावों की फोटो अपने मोबाइल की डीपी पर लगा कर भारत सरकार के मंत्रालयों एवं राज्य सरकार के मंत्रालयों एवं विभिन्न वरिष्ठ अधिकारिगणों को अपने प्रभाव में लेकर आम लोगों से काम करवाने के एवज में ठगी करने का प्रयास कर रहे हैं एवं जगह-जगह लाखों रुपए लोगों से काम करवाने के एवज में ले रहे हैं। जिस पर थाना कोतवाली नगर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। अभियोग के अनावरण हेतु वरिष्ठ अधिकारीगणों द्वारा टीम गठित कर उक्त प्रकरण में जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया। प्रकरण की जांच में प्रथम दृष्टया नोएडा एवं दिल्ली के आसपास एक ऐसे गिरोह का सक्रिय होना प्रकाश में आया जो न्यायमूर्ति , महानुभाव एवं वरिष्ठ मंत्री गणों के पद नाम का उपयोग कर एवं उनके फोटो अपने मोबाइल की डीपी पर लगा कर कई लोगों से काम करवाने की एवज में मोटी धनराशि एकत्रित कर रहा है।

जांच के दौरान पुलिस टीम को एक संदिग्ध मोबाइल नम्बर की जानकारी प्राप्त हुई, जो कि मनोज कुमार नाम के व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड होना ज्ञात हुआ एवं उक्त नम्बर के द्वारा कुछ दिन पूर्व भी माननीय न्यायमूर्ति माननीय उच्चतम न्यायालय की डीपी अपने मोबाइल पर लगा कर स्वंय को न्यायमूर्ति उच्चतम न्यायालय बताते हुए शासन में तैनात एक वरिष्ठ आई0ए0एस0 अधिकारी से काम कराने के लिए फोन एवं मैसेज किया जाना प्रकाश मे आया तथा दिनांक: 06-07-2022 को जब उक्त व्यक्ति, एक अन्य व्यक्ति व दो महिलाओं के साथ सचिवालय में तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी से मिले तो उनके द्वारा भी स्वंय को माननीय उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति बताने वाले उक्त व्यक्ति पर शक जाहिर किया गया था।

गठित टीम द्वारा प्रमाणित सूचना एवं तथ्यों के आधार पर 9 जुलाई 2022 को पुलिस टीम द्वारा जनपद नोएडा, सेक्टर 50 महागुन मेपल सोसाइटी में रेड/दबिश डाली गई, जहां पर दो व्यक्ति मौजूद मिले। उक्त दोनों व्यक्तियों की तलाशी लेने पर उनसे प्राप्त मोबाइल फोनों को चैक किया गया तो दोनों व्यक्तियों के मोबाइल नंबर पर कई मंत्रालयों के नंबर एवं कई वीआईपी के नंबर सेव होना ज्ञात हुआ तथा उक्त मोबाइल नम्बरों से शासन केे वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को न्यायमूर्ति /महानुभावों के नाम से मैसेज किया जाना प्रकाश में आया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त मोबाइलों व सिम कार्ड को अपने कब्जे में लेकर मौके से दोनो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। जिनके द्वारा पूछताछ में अपना जुर्म कुबूल किया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *