देहरादून। उत्तराखंड में समय से पहले आये मानसून आने के साथ, किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) लगातार विभिन्न गाँव, स्कूल और थाने, चौकियों में जाकर आपदा के प्रति जागरुकता अभियान चला रही है।
एसडीआरएफ कमांडेंट आईपीएस मणिकांत मिश्रा ने मंगलवार को बताया कि नित्य प्रति जागरूकता अभियान के साथ, आपदा सम्बन्धी मॉक ड्रिल भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज फोर्स टीम द्वारा कुमाऊं परिक्षेत्र में जनपद पिथौरागढ़ में सेना की 8वीं कुमाऊं रेजीमेंट और गढ़वाल परिक्षेत्र में जनपद चमोली के चौकी, थानों के अधिकारी व कर्मचारियों को आपदा सम्बन्धी प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक आपदा आने पर पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्यवाही, रेस्क्यू उपकरणों की जाँच व प्रयोग, घायलों को निकालने व ले जाने का सही तरीका, प्राथमिक उपचार, रोप रेसक्यू एवं राहत बचाव कार्यों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए अभ्यास भी कराया गया।
मिश्र ने बताया कि एसडीआरएफ ने अपने स्थापना के तत्काल बाद ही रेस्क्यू कार्यों के साथ-साथ आपदा जन जागरूकता एंव प्रशिक्षण अभियानों के माध्यम से मानव, आपदा क्षति न्यूनीकरण को गति प्रदान की है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में अल्प समय में ही एसडीआरएफ ने प्रदेशभर में सैंकड़ों स्कूली छात्र-छात्राओं एंव एन. सी. सी. कैडेट, सेना, अर्धसैनिक बलों के कार्मिक, पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों एवं अन्य संस्थाओं के स्वयं सेवकों को प्रशिक्षित एंव जागरूक किया है। जिसका उद्देश्य आपदा के प्रति संवेदनशील प्रदेश में आपदा के दौरान प्रथम प्रतिक्रिया एंव अनुरूप सामजंस्य स्थापित करना है।