दिल्ली। राज्यसभा में बुधवार को भी बढ़ती महंगाई और जरूरी वस्तुओं पर जीएसटी की दर में वृद्धि के मुद्दे को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया और सदन की कार्यवाही 2:00 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए आवश्यक विधायी कामकाज निपटाया और कहा कि विपक्ष के नेता ने नियम 267 के अंतर्गत नोटिस दिया है। इसके बाद उन्होंने सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम पुकारा। खड़गे ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं के दाम बेहद बढ़ गए हैं। महिलाओं सहित बच्चे, बूढ़े और अन्य आबादी महंगाई से त्रस्त है। जीएसटी बढ़ने के कारण पेंसिल से लेकर अन्य वस्तुएं महंगी हो गई हैं। खाने-पीने की चीजें बहुत महंगी हो गई हैं। उन्होंने आटा, दाल, चावल, बूरा, शक्कर आदि वस्तुओं का उल्लेख किया।
नायडू ने विपक्ष के नेता को बोलने से रोकते हुए कहा कि वह विषय का उल्लेख कर सकते हैं। कार्य मंत्रणा समिति में महंगाई पर चर्चा करने पर सहमति बन गई हैं। चर्चा के दौरान आप अपने विचार रख सकते हैं।
इस पर भी खड़गे ने बोलना जारी रखा और उनके समर्थन में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम तथा विपक्ष के अन्य सदस्य खड़े हो गए। स्थिति को देखते हुए श्री नायडू ने सदन की कार्यवाही 2:00 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। इससे पहले आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखने के दौरान भी कांग्रेस के सदस्य टीका टिप्पणी करते रहे थे।
संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से आरंभ हुआ है और अभी तक विपक्ष लगातार महंगाई का मुद्दा उठाते हुए हंगामा कर रहा है।