कुमाऊं की खूबसूरती हर किसी को अपना बना लेती है. लेकिन, इस खूबसूरती के पीछे एक काला स्याह भी है. जिसे सुनकर आप भी दंग हो जाएंगे. क्योंकि, उत्तराखंड के पहाड़ों में एड्स के मरीज तेजी से बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं. लापरवाही की वजह से एचआईवी का खतरा बढ़ता ही जा रहा है और यह खतरा हाई रिस्क ग्रुप में कई गुना ज्यादा है.बात कुमाऊं मंडल की करें तो कुमाऊं मंडल में वर्तमान समय में 3,310 एचआईवी संक्रमित मरीज एक्टिव हैं. इन मरीजों का हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल एआरटी सेंटर में इलाज चल रहा है. लेकिन एआरटी सेंटर में इन मरीजों का इलाज राम भरोसे चल रहा है. क्योंकि इन सेंटर में न तो कोई डॉक्टर उपलब्ध है और नहीं कोई फार्मासिस्ट. ऐसे में इन मरीजों का इलाज कैसे हो रहा है, ये अपने आप में बड़ा सवाल है