अल्मोड़ा। जिलाधिकारी अल्मोड़ा वंदना ने जिले में आपदा के दौरान किसी भी घटना पर त्वरित राहत और बचाव कार्य करने के लिए जिले में गठित इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) में नामित अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने सभी अधिकारियों को आपदा के प्रति सचेत रहने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिले में आपदा को लेकर यह जरूरी है कि जिस अधिकारी को जो जिम्मेदारी और दायित्व सौंपे गए हैं। वह अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से करें। सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ आपदाग्रस्त क्षेत्र में तत्काल राहत और बचाव कार्य करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने आईआरएस टीम में नामित सभी अधिकारियों से कहा कि हर समय सतर्क और मुस्तैद रहें। अपनी टीम में शामिल अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए अपने दायित्वों के बारे में ठीक प्रकार से जानकारी प्राप्त कर लें।उन्होंने बताया कि 29 जुलाई को होने वाली मॉक ड्रिल में आपदा रेस्पांस तंत्र की कार्य प्रणाली परखी जाएगी। रघुनाथ सिटी मॉल में भूकंप और जीआईसी अल्मोड़ा में भूस्खलन की मॉक ड्रिल की जाएगी। कहा कि आईआरएस प्रणाली के तहत सभी अधिकारियों के दायित्व निर्धारित किए गए हैं। अधिकारी अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन करें। आपदा की परिस्थितियों में रिस्पांस टाइम कम से कम करते हुए राहत कार्यों को मजबूत और प्रभावशाली बनाना होगा। उपकरणों की जांच और अन्य सामग्री के बारे में लगातार अपडेट करने के निर्देश दिए।
उन्होंने आपदा से संबंधित अधिकारियों और गठित आईआरएस सिस्टम में नामित अधिकारियों के नाम, मोबाइल नंबर, पते को भी अपडेट रखने के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम सीएस मर्तोलिया, 22 राजपूत बटालियन के मेजर निर्णय नाथ, डीडीओ केएन तिवारी, एसडीएम सदर गोपाल सिंह चौहान, सीओ विमल प्रसाद आदि थे।