नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल में शुक्रवार को उस समय एक अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गयी जब कुछ शरारती तत्वों ने जिलाधिकारी का फर्जी आदेश जारी कर जिले के स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी कर दिया। जिला प्रशासन भी इस मामले में तत्काल हरकत में आया और शरारती तत्वों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश जारी कर दिये।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह सोशल मीडिया पर नैनीताल के जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल का एक पत्र वायरल हुआ। जिसमें मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर जनपद में कक्षा एक से 12वीं तक के सभी स्कूलों और विद्यालयों के साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया था।
इस पत्र के वायरल होने से अभिभावक और स्कूल ऊहापोह की स्थिति में आ गये। कुछ अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा तो कुछ स्कूल भ्रम की स्थिति में पड़ गये। बताया जा रहा है कि कुछ स्कूलों ने बच्चों को अवकाश की सूचना के चलते लौटा दिया।
यह खबर जिला प्रशासन तक पहुंच गयी। जिला अधिकारी खुद हरकत में आये और उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट को शरारती तत्वों के खिलाफ मामला दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी की ओर से कहा गया कि जिला प्रशासन की ओर से विद्यालयों में शुक्रवार को अवकाश के कोई आदेश पारित नहीं किये गये हैं।
शरारती तत्वों की ओर से जिला प्रशासन के पूर्व के पत्र में छेड़छाड़ कर जनता के बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न की गयी। जो कि पूर्णतः गलत है। इससे जिला प्रशासन की छवि खराब हुई है। भविष्य में भी ऐसे तत्व भ्रामक संदेश प्रसारित कर राजकीय कार्यों में बाधा पहुंचा सकते हैं। ऐसे में पुलिस सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करे।