देहरादून: मौसम विभाग ने देहरादून और नैनीताल समेत छह जनपद में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसको लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, अन्य जिलों में भी गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।
सभी नदी-नाले आ गए उफान पर
प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सुबह से बादल छाए रहे। जबकि दोपहर बाद कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा भी दर्ज की गई। दून में शाम को ज्यादातर हिस्सों में झमाझम वर्षा हुई। इससे कई चौराहे-तिराहे जलमग्न हो गए। रिस्पना-बिंदाल समेत सभी नदी-नाले उफान पर आ गए।
शुक्रवार से सोमवार तक भारी वर्षा
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, दून में अभी कुछ दिन मौसम का रुख इसी प्रकार का बना रह सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार देहरादून, नैनीताल, टिहरी, पौड़ी, चम्पावत और बागेश्वर में शुक्रवार से सोमवार तक भारी वर्षा हो सकती है।
भूस्खलन और चट्टानें खिसकने की आशंका
इस दौरान संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन और चट्टानें खिसकने की आशंका है। इसके अलावा नदी-नालों के उफान पर आने और निचले क्षेत्रों में जलभराव होने के आसार हैं। इसको लेकर सभी जिला प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बंदकोट में आठ घंटे अवरुद्ध गंगोत्री राजमार्ग
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर वीरवार को बंदरकोट के पास भारी भूस्खलन का सिलसिला जारी है। वीरवार की शाम को आठ घंटे बाद राजमार्ग खुला। लेकिन, रुक-रुक कर पहाड़ी से पत्थर गिर रहे है। जिससे दुर्घटना की आशंका भी बनी है।
राजमार्ग सुबह साढ़े नौ बजे सीमा सड़क संगठन की टीम और आलवेदर निर्माण कंपनी युद्ध स्तर पर राजमार्ग को खोलने में जुटी है। लेकिन, पहाड़ी से लगातार होते भूस्खलन के कारण राजमार्ग को सुचारू करने का कार्य भी रोकना पड़ा।
इस दौरान दोनों ओर से वाहनों की लंबी कतार भी लगी गई है। इसके अलावा प्रशासन ने जरूरी वाहनों को संकूर्णा देवीधार मोटर मार्ग से यातायात संचालित किया। जिससे वाहन चालकों को 22 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ी।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर धरासू की ओर बंदरकोट में सुबह साढ़े नौ भारी भूस्खलन हुआ। जिसके कारण जिला मुख्यालय से चिन्यालीसौड़, डुंडा, नौगांव, पुरोला, मोरी आदि क्षेत्रों का सम्पर्क कटा।
अति आवश्यक कार्य के लिए देहरादून-ऋषिकेश आने जाने वाले वाहनों को लंबा इंतजार करना पड़ा। भूस्खलन की सूचना पर आलवेदर निर्माण कंपनी और बीआरओ की टीम भी मौके पर पहुंची। बीआरओ तथा निर्माण कंपनी राजमार्ग को खोलने में जुटी।
लेकिन वर्षा के बीच हो रहे भूस्खलन के कारण काम रोकना पड़ा। उत्तरकाशी को देहरादून ऋषिकेश से जोड़ने वाले राजमार्ग के बाधित होने के चलते जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल आदि मौके पर पहुंचे।
प्रशासन ने जरूरी वाहनों को संकूर्णा देवीधार मोटर मार्ग से रवाना किया। वर्षा रुकने के बाद राजमार्ग वीरवार की शाम साढ़े पांच बजे सुचारू हो पाया।