दिल्ली / अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात में साबरकांठा के गढ़ोदा चौकी स्थित साबर डेयरी में 1,000 रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया और आधारशिला रखी।
सरकार का कहना है इन परियोजनाओं से स्थानीय किसानों और दूध उत्पादकों को सशक्त बनाया जाएगा और उनकी आय में वृद्धि होगी। इससे क्षेत्र की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। इन परियोजनाओं में 300 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित लगभग 120 टन दैनिक क्षमता के विश्व स्तरीय एवं शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन वाले दुग्ध पाउडर संयंत्र और एसेप्टिक मिल्क पैकेजिंग प्लांट का उद्घाटन शामिल है, जिसकी क्षमता दैनिक तीन लाख लीटर है।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर आयोजित सभा में सुकन्या समृद्धि योजना के लाभार्थियों और शीर्ष महिला दुग्ध उत्पादकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “आज साबर डेयरी का विस्तार हुआ है। सैकड़ों करोड़ रुपए के नये प्रोजेक्ट यहां लग रहे हैं। आधुनिक टेक्नॉलॉजी से लैस मिल्क पाउडर प्लांट और ए-सेप्टिक पैकिंग सेक्शन में एक और लाइन जुड़ने से साबर डेयरी की क्षमता और अधिक बढ़ जाएगी। ”
मोदी ने साबर डेयरी के संस्थापक व्यक्तित्वों में से एक भूराभाई पटेल को भी याद किया। प्रधानमंत्री ने दो दशक पहले इस क्षेत्र में अभाव और सूखे की स्थिति को याद किया और बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में लोगों के सहयोग के लिए जोड़ा और क्षेत्र में स्थिति को सुधारने का कैसे-कैसे प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि पशुपालन और डेयरी उस प्रयास का प्रमुख तत्व है। उन्होंने चारा, दवा उपलब्ध कराकर पशुपालन को बढ़ावा देने और मवेशियों के लिए आयुर्वेदिक उपचार को बढ़ावा देने के बारे में भी बात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले दो दशकों में उठाए गए कदमों के कारण गुजरात में डेयरी बाजार एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि डेयरी क्षेत्र के विकास में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये प्रयोग अन्य क्षेत्रों में भी किए जा रहे हैं। आज देश में 10,000 किसान उत्पादक संघों (एफपीओ) के गठन का कार्य जोरों पर चल रहा है। इन एफपीओ के जरिए छोटे किसान खाद्य प्रसंस्करण, मूल्यवर्धन से जुड़े निर्यात और आपूर्ति श्रृंखला न से सीधे जुड़ सकेंगे। उन्होंने कहा कि गुजरात के किसानों को भी इससे काफी फायदा होने वाला है।
मोदी ने कहा कि किसानों के लिए आय के वैकल्पिक साधन तैयार करने की रणनीति रंग ला रही है। बागवानी, मत्स्य पालन, शहद उत्पादन से किसानों को अच्छी आमदनी हो रही है। खादी एवं ग्रामोद्योग का कारोबार पहली बार एक लाख करोड़ से अधिक हो गया है। इस क्षेत्र में गांवों में 1.5 करोड़ से अधिक नए रोजगार सृजित हुए