शुक्रवार से चार दिन तक राज्य में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार देहरादून नैनीताल टिहरी पौड़ी चम्पावत और बागेश्वर में शुक्रवार से सोमवार तक भारी वर्षा हो सकती है।उत्तराखंड में बादलों के मंडराने के साथ ही वर्षा का क्रम जारी है। शुक्रवार से चार दिन तक राज्य में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने देहरादून और नैनीताल समेत छह जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताते हुए आरेंज अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में भी गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।गुरुवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सुबह से बादल छाए रहे। दोपहर बाद कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा भी दर्ज की गई। दून में शाम को ज्यादातर हिस्सों में झमाझम वर्षा हुई। इससे कई चौराहे-तिराहे जलमग्न हो गए। रिस्पना-बिंदाल समेत सभी नदी-नाले उफान पर आ गए।
नदी-नालों के उफान पर आने और निचले क्षेत्रों में जलभराव के आसार
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, दून में अभी कुछ दिन मौसम का रुख इसी प्रकार का बना रह सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार देहरादून, नैनीताल, टिहरी, पौड़ी, चम्पावत और बागेश्वर में शुक्रवार से सोमवार तक भारी वर्षा हो सकती है। इस दौरान संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन और चट्टानें खिसकने की आशंका है। इसके अलावा नदी-नालों के उफान पर आने और निचले क्षेत्रों में जलभराव होने के आसार हैं। इसको लेकर सभी जिला प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।आठ घंटे बंद रहा गंगोत्री हाईवे
पर्वतीय क्षेत्रों में रुक-रुककर हो रही वर्षा परेशानी बनी हुई है। वर्षा के कारण जगह-जगह भूस्खलन होने से सड़कों पर आवाजाही प्रभावित हो रही है। गंगोत्री हाईवे मलबा आने के कारण गुरुवार को करीब आठ घंटे बंद रहा। गौरीकुंड हाईवे पर भी सात घंटे तक यातायात ठप रहा। हालांकि, शाम को दोनों हाईवे पर यातायात सुचारू हो गया था। इसके अलावा प्रदेशभर में छोटे-बड़े करीब दो दर्जन मार्ग अवरुद्ध हैं, जिन्हें जेसीबी से खोलने का प्रयास किया जा रहा है।