सावन का आज तीसरा सोमवार है. भगवान शिव के मंदिरों में सुबह से भोलेनाथ के भक्तों भी भारी भीड़ लगी हुई है. वैसे तो सावन का हर दिन पावन माना जाता है लेकिन इस पूरे माह पड़ने वाले हर सोमवार का विशेष महत्व होता है. सोमवार को शिव की भक्ति का सबसे अच्छा दिन भी माना जाता है. दक्ष प्रजापति मंदिर में सुबह से ही भक्तों भी भारी भीड़ लगी है.
ऐसा माना जाता है कि हरिद्वार के कनखल में भगवान शिव विराजते हैं. शिव सावन के पूरे महीने अपनी ससुराल कनखल में ही निवास करते हैं. यहीं से सृष्टि का संचालन और लोगों का कल्याण भी करते हैं. यही वजह है कि शिव की ससुराल कनखल के दक्षेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हुई है. इस दिन शिव की भक्ति और उनका जलाभिषेक करने पर शिव की अपार कृपा मिलती है.
दक्ष प्रजापति मंदिर के स्वामी विशेश्वर पुरी का कहना है कि सावन का महीना भगवान शिव का अति प्रिय महीना होता है. कनखल दक्ष प्रजापति महादेव की ससुराल है और दुनिया में सबसे पहला भगवान शिव का मंदिर है. भगवान शिव ने राजा दक्ष को वचन दिया था कि सावन के एक महीने वह यहीं पर वास करेंगे. इसलिए सावन भर दक्षेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है.