नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शिक्षा नीति, परीक्षा पर चर्चा’ आदि को दिखावा बताते हुए कहा है कि सच्चाई यह है कि उनके पास युवाओं रोजगार देने की योजना ही नहीं है।
गांधी और वाड्रा ने कहा कि देश को तीन चार लोग मिलकर चला रहे हैं और ये लोग तानाशाही करके देश को बर्बाद करने का काम कर रहे हैं। उसी का परिणाम है कि आज सीयूईटी परीक्षा के लिए 50 हज़ार युवा अयोग्य हो गये हैं।
उन्होंने ट्वीट किया “ अमृतकाल’ की नयी एजुकेशन पॉलिसी : एग्जाम से पहले ‘परीक्षा पर चर्चा’ एग्जाम के वक्त ‘नहीं पर्चा, नहीं चर्चा’ परीक्षा के बाद अंधकार में भविष्य जो सियूएटी के छात्रों के साथ हो रहा है, वो आज देश के हर युवा की कहानी है। चार लोगों की तानाशाही देश को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।”
वाड्रा ने कहा “ तकनीकी’ खराबी के कारण 50 हज़ार से अधिक छात्र सीयूईटी परीक्षा देने में असमर्थ हो गए हैं। क्या यह सरकार छात्रों के प्रति इतनी असंवेदनशील बन गयी है कि वह गंभीर स्तर की सरकारी नीतिगत स्थिति को भी नहीं देख सकती है। क्या हमारे युवाओं के लिए यही सब कुछ है।”