कुशीनगर काे अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से विमानों की संख्या बढ़ने का इंतजार

कुशीनगर।  उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा का उद्घाटन हुए करीब नौ महीने हो गए हैं, लेकिन अब तक यहां के लोगों को नियमित उड़ान के लिए विमानों की संख्या बढ़ाये जाने का इंतजार है।

इस हवाईअड्डे से कोलकाता के लिए सिर्फ चार उड़ानें ही शुरू हो पाई हैं। मुंबई के लिए अभी भी यहां से कोई फ्लाइट नहीं है। दिल्ली के लिए एक उड़ान का संचालन होता है, लेकिन वह भी यदाकदा तकनीकी कारणों से निरस्त हो जाती है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 20 अक्तूबर को इस हवाईअड्डे का उद्घाटन किया था। उस समय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोविड 19 की स्थिति सामान्य होने पर अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू करने के साथ 24 नवंबर से कुशीनगर से दिल्ली और 18 दिसंबर से कुशीनगर से मुंबई व कोलकाता के लिये नियमित उड़ान सेवा शुरू करने की घोषणा की थी। इसकी पुष्टि हवाई सेवा उपलब्ध कराने वाली विमानन कंपनी स्पाइस जेट ने की थी।

स्पाइस जेट ने 24 नवंबर के बजाय 26 नवंबर से दिल्ली के लिए उड़ान शुरू की। वर्तमान में यह उड़ान जारी है। कुशीनगर से कोलकाता के लिए स्पाइस जेट ने 27 से 30 मार्च के बीच चार दिन उड़ान भरी। उसके बाद इसे भी बंद कर दिया गया। मुंबई की हवाई सेवा शुरू कराने के लिए विमानन कंपनी ने 10 जनवरी से टिकटों की बुकिंग शुरू की थी, लेकिन यात्री नहीं मिलने के कारण बुकिंग निरस्त कर दी गई।

इस संबंध में कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा केे निदेशक एके द्विवेदी ने बताया कि इस एयरपोर्ट से सिर्फ दिल्ली के लिए हवाई सेवा संचालित है। इसे भी कभी कभार निरस्त करना पड़ जाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोलकाता के लिए चार दिन उड़ान भरी गयी, लेकिन पर्याप्त संख्या में यात्री नहीं जुट पाये। द्विवेदी ने कहा कि मुंबई के लिए फिलहाल उड़ान की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बरसात के बाद अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा शुरू होने की संभावना है।

इस समस्या को उजागर करते हुए शहर के व्यवसायी दीप नारायण अग्रवाल ने कहा कि व्यावसायिक और अन्य कार्यों से उन्हें दिल्ली, मुंबई एवं कोलकाता जाना पड़ता है। कोलकाता के लिए फ्लाइट न होने से दिक्कत होती है। शहर के चिकित्सक डॉ सिद्धार्थ पांडे का कहना है कि हर दो तीन महीने में कांफ्रेंस या अन्य कार्यों से उन्हें दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है। यदि कुशीनगर से सभी बड़े शहरों के लिए विमान की सुविधा होती तो समय बचता।

गौरतलब है कि कुशीनगर महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली है। भारी संख्या में देश विदेश से पर्यटक एवं बौद्ध अनुयायी हर साल यहां आते हैं। वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने यहां बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया। इसके ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित कराने से लेकर उद्धाटन तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह एयरपोर्ट कुशीनगर ही नहीं, बल्कि आसपास के जनपदों के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसके मद्देनजर इस हवाईअड्डे से नियमित विमान सेवाओं का संचालन इस इलाके की तात्कालिक मांग है।

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