लखनऊ। उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को रक्षाबंधन के पर्व पर परिजनाें से मुलाकात की सुविधा का लाभ 70 हजार से अधिक कैदियों ने उठा कर अपनी बहनों से राखी बंधवाई।
गृह विभाग द्वारा शनिवार को दी गयी जानकारी के मुताबिक शासन के निर्देशों के क्रम में प्रदेश की सभी जेलों में की गई समुचित व्यवस्था के फलस्वरूप विगत 12 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन प्रदेश के कारागारों में आने वाले मुलाकातियों की संख्या 70 हजार से अधिक रही। इनमें 1332 पुरूष, 52953 महिलाएं एवं 18176 बच्चे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं कारागार राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर सिंह के निर्देशानुसार रक्षाबंधन के अवसर पर प्रदेश की जेलों में कैदियों की परिजनों से मुलाकात की विशेष व्यवस्था की गई थी। ताकि बंदियो को अपने भाई-बहनों से राखी बंधवानें में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इस क्रम में जेलों के मुख्य द्वार पर रक्षाबंधन हेल्प डेस्क बनाकर महिलाओं का सहयोग करने के इंतजाम किये गये थे। इसके अलावा बच्चों के साथ आने वाली महिलाओं के लिये स्वास्थ्य हेल्प डेस्क पर आवश्यक चिकित्सकीय व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल एवं वाशरूम आदि की सुविधा भी प्रदान की गयी। अपर मुख्य सचिव (गृह एवं कारागार) अवनीश कुमार अवस्थी के निर्देश पर किये गये इन इंतजामों के तहत शारीरिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए व्हीलचेअर आदि की भी व्यवस्था की गई।
इस अवसर पर प्रमुख जेलों में मुलाकातियों की संख्या को देखते हुए सर्वाधिक 4897 मुलाकाती गाजियाबाद जेल पहुंचे। इसके बाद फिरोजाबाद जेल में 3281, अलीगढ़ जेल में 2941, लखनऊ जेल में 2804, आगरा में 2673, मथुरा में 2662 और मेरठ जेल में 2475 मुलाकाती अपने कैदी परिजनाें से मिलने पहुंचे।