16 अगस्त को पहलगाम सड़क दुर्घटना में घायल सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल का इलाज के दौरान निधन हो गया. जिसके बाद से उनके परिवार और चंपावत में शोक की लहर है. उनके पार्थिव शरीर पैतृक गांव पखोटी लाया गया. जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नम आंखों से शहीद को विदाई दी.
आज उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव पखोटी लाया गया. जहां पर उनकी पत्नी, माता पिता और परिवार के लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किये. गांव के श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके दोनों पुत्रों ने मुखाग्नि दी. इस अवसर पर आईटीबीपी जवानों ने सैनिक सम्मान दिया. इससे पहले शहीद चम्याल को जम्मू स्थित आईटीबीपी कैंप और आईटीबीपी मुख्यालय दिल्ली में श्रद्धांजलि दी गयी थी.
आईटीबीपी 36वीं वाहिनी लोहाघाट के असिस्टेंट कमांडेंट उत्तम राम ने कहा नंदन सिंह चम्याल आईटीबीपी 4वीं वाहिनी में तैनात थे. जिनकी बटालियन अमरनाथ यात्रा से ड्यूटी कर लौट रही थी. इसी दौरान जम्मू के पहलगाम के समीप उनकी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. जिसमें 7 जवानों का मौके पर ही निधन हो गया. जबकि दर्जनों जवान घायल हो गए. घायलों में नंदन सिंह भी थे, जिनका इलाज के दौरान निधन हो गया. आज उनके पैतृक गांव में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.