जौनपुर। उत्तर प्रदेश में जौनपुर में अवैध अस्पतालों पर नकेल कसने के लिये जिला प्रशासन ने गैरपंजीकृत अस्पतालों को चिन्हित करना शुरु कर दिया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा लक्ष्मी सिंह ने बताया कि जिले में निजी अस्पतालों के पंजीकरण की सूची खंगाली जा रही है, जिसमें बिना पंजीकरण के चल रहे अस्पतालों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गैरपंजीकृत तीन नर्सिंग होम को सील किया जा चुका है। इसके अलावा कई अस्पतालों को कागजात प्रस्तुत करने का नोटिस भी दिया गया है। बदलापुर और खेतासराय में निजी अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीज किया गया है।
डा सिंह ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य विभाग अवैध अस्पतालों के खिलाफ अभियान चला रहा है। जौनपुर में पंजीकृत अस्पतालों की सूची जारी की गयी है। वहीं नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस लेकर प्राइवेट अस्पतालों में प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डाक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। जौनपुर में धड़ल्ले से कई सरकारी डाक्टर निजी अस्पतालों में प्रैक्टिस कर रहे हैं।
डा सिंह ने बताया कि नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस लेकर डाक्टर अगर प्रैक्टिस कर रहे हैं तो ये अपराध कि श्रेणी में आता है। ऐसे डाक्टरों के खिलाफ भी कार्यवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि दो बजे के बाद डाक्टर निजी चिकित्सालय में प्रैक्टिस कर रहे हैं। अस्पताल उनके करीबी या परिजनों के हैं। ऐसे डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बदलापुर क्षेत्र में लगातार डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह ने कहा कि बदलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ-साथ डेंगू से पीड़ित मरीज के घर का भी निरीक्षण किया था। मरीज के छत से लारवा नष्ट कराए गए थे। वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बेड साइड टिकट को दुरुस्त कराने की हिदायत दी गई थी। डा सिंह ने बताया कि बदलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अभी तक डेंगू के कुल 64 संभावित रोगी मिले हैं। संभावित रोगियों का सैम्पल भेजकर जांच कराने पर कुल 34 रोगी डेंगू पॉजिटिव पाए गये हैं।