दिल्ली। केन्द्रीय खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामलों के राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति युवाओं को नयी दिशा देगी आैर यह देश को अग्रणी राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को पूरा करने में मददगार साबित होगी।
चौबे ने कल रात यहां समिट इंडिया के ‘आत्मनिर्भर भारत’ की भागीदारी सम्मेलन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के साथ हम नयी ऊंचाई पर पहुंच रहे हैं और यह युवाओं का भविष्य संवारने में महती भूमिका अदा करेगी। इससे देश को पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने बहुत मदद मिलेगी।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे ने इस मौके पर कहा,“ भारत आत्मनिर्भर हो गया है, आज देश में एक कलम की निब से लेकर उपग्रह बनाये जा रहे हैं। हमें युवाओं की तकनीकी शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। कौशल आधारित कार्यक्रमों के माध्यम से हम अधिक उद्यमी तैयार कर सकते हैं। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।”
समिट इंडिया के अध्यक्ष श्याम जाजू ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत, भारत के विकास के बुनियादी ढांचे की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समिट इंडिया के माध्यम से हमारा उद्देश्य सरकार की शिक्षा और रोजगार की नीतियों के बारे में जागरुकता बढ़ाना है। उन्होंने कहा, “ हम जमीनी स्तर पर जनता तक पहुंचेंगे, इसे सफल बनायेंगे। इससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे। लोग आत्मनिर्भर होने लगेंगे ओर आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा होगा।
समिट इंडिया के महासचिव महेश वर्मा ने कहा, “ इस आयोजन के पीछे हमारा उद्देश्य न केवल विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जागरुकता पैदा करना है बल्कि विभिन्न संगठनों और व्यक्तियों द्वारा किये गये सफल कार्यों की सराहना भी करना है।
इस अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम के दौरान शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, चिकित्सा विज्ञान, दर्शन, सकारात्मक दृष्टिकोण और उनकी उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय उपलब्धि पुरस्कार 2022 के साथ कुछ योग्य आत्मनिर्भर राष्ट्रीय नायकों को सम्मानित किया गया।