सितंबर 2021 में हुए उत्तराखंड सचिवालय रक्षक दल भर्ती परीक्षा में सामने आए घोटाले में एसटीएफ टीम को पहली सफलता हासिल हुई है. एसटीएफ की टेक्निकल टीम की गहन जांच पड़ताल के बाद इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस से मिले सुराग के आधार पर इस केस में उत्तर प्रदेश बाराबंकी निवासी प्रदीप पाल को गिरफ्तार किया गया है
Uttarakhand STF की गिरफ्त में आया प्रदीप पाल पहले लखनऊ स्थित RIMS प्रिंटिंग प्रेस का पहले कर्मचारी था और बाद में वो आयोग में लंबे समय तक कार्यरत था. प्रदीप ने ही पेन ड्राइव के माध्यम से प्रश्न पत्र को चुराया था और फिर अपने अन्य साथियों की मदद से परीक्षार्थियों के साथ लाखों रुपए में सौदा तय कर पेपर बेचा था. फिलहाल एसटीएफ गिरफ्तार प्रदीप पाल से उससे नेटवर्क से जुड़े लोगों के बारे में गहन पूछताछ कर आगे की जानकारी जुटा रही है.
बता दें कि UKSSSC 2021 पेपर लीक मामले में STF की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बीच पिछले दिनों देहरादून के थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस मुख्यालय ने सचिवालय रक्षक दल भर्ती घोटाले की जांच भी एसटीएफ को सौंपी थी. उसी क्रम में एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए इस केस में पहली गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश के बाराबंकी निवासी प्रदीप पाल के रूप में की है. बताया जा रहा है कि अभी इस मामले में कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, जिसके बारे में एसटीएफ साक्षर सबूत जुटाकर गहन जांच में जुटी है