पिटकुल के हित में भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति के साथ ही कार्य‌ होगा : पीसी ध्यानी, एमडी – Polkhol

पिटकुल के हित में भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति के साथ ही कार्य‌ होगा : पीसी ध्यानी, एमडी

देहरादून। ऊर्जा विभाग के पिटकुल (पाॅवर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड) के चल रहे विभिन्न प्रोजेक्ट अब तेजी से आगे बढ़ेंगे!
उक्त कथन कॉरपोरेशन में प्रबंध निदेशक के तौर पर कार्यभार ग्रहण करने वाले पीसी ध्यानी ने आज अपनी पहली पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए किए।
 इससे पूर्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेते हुए उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं को व्यक्त किया और सभी निर्माणाधीन परियोजनाओं में तेजी लाने की बात कही।
ज्ञात हो कि शासन में चार्ज लेने की औपचारिकता पूरी करने व मुख्यमंत्री धामी सहित अपर मुख्य सचिव ऊर्जा एवं सचिव ऊर्जा का आभार व्यक्त करने के उपरान्त पिटकुल मुख्यालय में नवनियुक्त प्रबन्ध निदेशक प्रकाश चन्द्र ध्यानी का समस्त पिटकुल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया।
प्रबन्ध निदेशक पिटकुल द्वारा निगम प्रबन्धन द्वारा किये जा रहे कार्यों की कि भविष्य में भी पिटकुल निरन्तर अच्छा प्रदर्शन करेगा जिससे प्रदेश के पारेषण तंत्र में सुदृढ़ता लाने की अपेक्षाओं के साथ-साथ राष्ट्रीय ग्रिड को भी मजबूती प्रदान करने में सहभागी बनने की आशा व्यक्त की गयी।
प्रबन्ध निदेशक द्वारा यह भी निर्देश दिये गये कि विभिन्न स्कन्धों की (परियोजना, परिचालन, वित्त, इत्यादि) से जल्दी ही समीक्षा बैठक की जायेगी जिससे कारपोरेशन स्तर पर लम्बित समस्याओं का निराकरण शीघ्र हो सके।
प्रबन्ध निदेशक द्वारा निर्देश दिये गये कि वर्तमान वित्त वर्ष में निर्माणाधीन परियोजनायें जैसे 132 के0वी0 पिथौरागढ – चम्पावत लाईन (41.35 सर्किट किमी), 132 के०वी० बिंदाल -पुरकुल लाईन (11 सर्किट किमी) 220 के0वी0 उपसंस्थान बरम एवं सम्बन्धित लाईन (50 एमवीए / 21.96 सर्किट किमी). 220 के०वी० एल एण्ड टी ब्रहमवारी लाईन (31 सर्किट किमी) एवं 400 केवी तपोवन- पीपलकोटी लाईन (36 सर्किट किमी) एवं 400 के०वी० पीपलकोटी -श्रीनगर (ग०) की समस्याओं को तुरन्त निराकरण कर उक्त परियोजनाओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण करें।
इसके साथ-साथ आगामी चार वर्षों में ए०डी०बी० पोषित प्रस्तावित परियोजनायें जैसे 400 के0वी0 उपसंस्थान लण्ढौरा, 220 के०वी० उपसंस्थान सेलाकुई तथा मंगलौर, 132 के०वी० उपसंस्थान लोहाघाट, आराघर, धौलाखेड़ा, खटीमा एवं सरवरखेड़ा, 132 के0वी0 महुवाखेड़ागंज जसपुर तथा 132 के०वी० पिथौरागढ़ चम्पावत (द्वितीय सर्किट) पारेषण लाईनों के समयबद्ध रूप से पूर्ण किये जाने हेतु भी दिशा-निर्देश दिये गये।
प्रबन्ध निदेशक पिटकुल द्वारा समस्त कार्मिकों से आह्वान किया गया कि निर्धारित लक्ष्यों को समय से पूर्व पूर्ण करने का लक्ष्य रखें तथा सभी लोग मिलकर लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना पूर्ण समर्थन एवं सहयोग प्रदान करें और उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि. वह 24X7 सभी कार्मिकों के लिये उपलब्ध रहेंगे। किसी भी कार्मिक की कोई भी समस्या होगी तो उसका पूर्णतः समाधान किया जायेगा।
साथ ही साथ प्रबन्ध निदेशक पिटकुल द्वारा पारेषण लाईनों में ओ०पी०जी०डब्लयू० का अधिकतम उपयोग किये जाने तथा उसका कर्मिशियल उपयोग में भी लिये जाने हेतु उचित दिशा-निर्देश दिये गये जिससे पिटकुल का बहुमुखी विकास हो ।
प्रबन्ध निदेशक पिटकुल पीसी ध्यानी ने बताया कि पिटकुल निगम के परिश्रमी कार्मिकों के योगदान से प्रदेश में वर्तमान में पारेषण हानियां 1.01 प्रतिशत के निम्न स्तर तक लाने में सफलता पायी है एवं पारेषण तंत्र की उपलब्धता भी 99.55 प्रतिशत से ज्यादा है। वर्तमान में पिटकुल द्वारा 44 विद्युत उपकेन्द्रों (कुल क्षमता 8925 एम०वी०ए०) एवं 3266 सर्किट कि०मी० पारेषण लाईनों का निर्वाध संचालन किया जा रहा है।
पत्रकार वार्ता में पूछे गये सवालों में उन्होंने कहा कि पिटकुल में भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति का शतप्रतिशत पालन होगा और वे ही कार्य होगें जो निगम के हित में होंगे। आर्वीट्रेशन में चल रहे ईशान के प्रकरण में उन्होंने कहा कि पहले इसकी समीक्षा करेगें और फिर वही रुक अपनाया जायेगा जो पिटकुल के हित में होगा तथा पूर्व आईएएस एमडी के लिए गये निर्णयों सहित निदेशक मंडल, सीपीसी की सिफारिशों व पीएसडीएफ की गाइडलाइन का भी पूरा ध्यान रखा जायेगा और उसी के अनुसार आर्वीट्रेशन में पैरवी की जायेगी।
एमडी ध्यानी के अनुसार पिटकुल की प्रगति को प्राथमिकता देतै हुये ही टीमस्प्रिट से कार्य करेगें!

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