सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में हिन्दी विश्व में तीसरे स्थान पर:पटेल – Polkhol

सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में हिन्दी विश्व में तीसरे स्थान पर:पटेल

सूरत। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को हिन्दी दिवस पर कहा कि विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में हिन्दी तीसरे स्थान पर है।

पटेल ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीनस्थ राजभाषा विभाग द्वारा हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में आज सूरत में ‘हिन्दी दिवस समारोह 2022’ तथा ‘द्वितीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि ‘भारत के भाल की बिन्दी है हिन्दी’ विभिन्न भाषाओं वाले देश में हिन्दी दिवस मनाना एकता के प्रतीक समान है। विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में हिन्दी तीसरे स्थान पर है।

उन्होंने हिन्दी दिवस समारोह के लिए गुजरात को उचित स्थान बताते हुए कहा कि गुजरात में 19वीं शताब्दी में स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज के प्रचारार्थ ‘सत्यार्थ प्रकाश’ पुस्तक का सृजन हिन्दी में किया था। गुजराती तथा हिन्दी एक-दूसरे से जुड़ी हुई भाषाएँ हैं। गुजराती साहित्य भी हिन्दी से जुड़ा हुआ है। दोनों भाषाओं के शब्दों और लिपि में भी समानता देखने को मिलती है।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि हिन्दी तथा गुजराती संस्कृत भाषा कुल से निकली हुई भाषाएँ हैं। हम सबकी मातृभाषा भले ही अलग हो लेकिन राजभाषा तो एक ही है। यह भावना ही प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ मंत्र को अनेकता में एकता से साकार करती है।

इस अवसर पर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने राजभाषा का महत्व समझाते हुए कहा कि राजभाषा ज्ञान, संस्कृति एवं परंपरा का संवर्द्धन करने वाली भाषा है। उन्होंने कहा कि विश्व में 25 से अधिक देशों में हिन्दी समाचार पत्र, बुलेटिन तथा पत्रिकाओं का लेखन-पठन होता है, जो विश्व स्तर पर भारतीय भाषा की स्वीकृति का आदर्श प्रमाण है। उन्होंने ‘राजभाषा’ के ‘स्वर्ण युग’ से हिन्दी भाषा के लिए देश में देखे जा रहे सकारात्मक बदलाव का विवरण दिया। आने वाला समय हिन्दी भाषा का है और सरकार इस दिशा में निरंतर कार्यरत रहने को कटिबद्ध है।

समारोह में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने ‘हिन्दी शब्द सिंधु (संस्करण 1)’ शब्दकोश तथा विश्व स्तरीय अनुवादन टूल ‘कंठस्थ 2.0’ सॉफ़्टवेयर का लोकार्पण किया। उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा प्रकाशित पुस्तक का भी अनावरण किया। इसके अलावा मंत्रियों के करकमलों से राजभाषा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य योगदान देने के लिए ‘राजभाषा कीर्ति’ और ‘गौरव पुरस्कार’ प्रदान किए गए।

समारोह में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रामाणिक, शिक्षा राज्य मंत्री राज कुमार रंजन, रेल राज्य मंत्री दर्शनाबेन जरदोश, राजभाषा सचिव असुली आर्य, गुजरात के वित्त मंत्री कनुभाई देसाई, परिवहन मंत्री पूर्णेशभाई मोदी, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, कृषि एवं ऊर्जा राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल, केन्द्र व राज्य सरकार के मंत्री, राज्यसभा-लोकसभा के सदस्य, केन्द्र सरकार के मंत्रालयों-विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, विधायक सहित समग्र देश के हिन्दी विद्वान उपस्थित रहे।

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