लखनऊ। विद्वत्परिषद् के अध्यक्ष प्रो. रामयत्न शुक्ल के निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह एवं प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
प्रो. शुक्ल का मंगलवार को देर रात निधन हो गया था। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी शोक संदेश में योगी ने कहा कि पद्मश्री से सम्मानित प्रो. रामयत्न शुक्ल संस्कृत के मूर्धन्य विद्वान थे। संस्कृत भाषा तथा पारम्परिक शास्त्रों के संरक्षण व संवर्धन में सम्पूर्ण जीवन लगाने वाले प्रो. शुक्ल सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के व्याकरण विभाग के अध्यक्ष तथा संकाय प्रमुख रहे। उन्हें संस्कृत वांग्मय के अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया। प्रो. रामयत्न शुक्ल के निधन से संस्कृत भाषा और साहित्य को अपूरणीय क्षति हुई है।
योगी ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए प्रो. शुक्ल के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “संस्कृत के प्रकांड विद्वान, काशी विद्वत्परिषद् के अध्यक्ष ‘पद्म श्री’ प्रो. रामयत्न शुक्ल जी का निधन शैक्षणिक तथा सांस्कृतिक जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति दें। ॐ शांति।”
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने भी प्रो. शुक्ल के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “पद्मश्री से सम्मानित प्रो. रामयत्न शुक्ल जी काशी विद्वत परंपरा के यशस्वी संवाहक आचार्य थे। उनका गोलोकवास अत्यंत पीडादायक है व काशी की विद्वत परंपरा की महनीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनको अपने चरणों में स्थान प्रदान करें तथा शोक संतप्त परिवार तथा शुभ चिंतकों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल ने प्रो. शुक्ल के निधन पर शोक प्रकट करते हुए शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को यह दुख सहन करने की क्षमता प्रदान करने की प्रार्थना की है।