नैनीताल। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का गुरुवार को नैनीताल पहुंचे, जिसको लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया।
चर्चा धामी के बेहद निजी कार्यक्रम को लेकर रही। बताया जा रहा है कि धामी यहां एक महिला ज्योतिषी से मिले और वक्री चल रहे ग्रहों की चाल को शांत कराया।
मुख्यमंत्री धामी इन दिनों संकट में फंसे हैं। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) भर्ती घोटाला हो या फिर अंकिता हत्याकांड, धामी सरकार की नाकामी को चर्चाओं में रही। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केन्द्रीय नेतृत्व ने भी इन मामलों को बेहद गंभीरता से लिया और अपनी भौंहे टेढ़ी की है। यही कारण है कि धामी को दिल्ली दरबार तक दौड़ भी लगानी पड़ी है।
ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार तथा मुख्यमंत्री के ग्रह इन दिनों वक्री (टेढ़े) चल रहे हैं। मुख्यमंत्री के आज नैनीताल दौरे ने इस बात को बल भी दिया। मुख्यमंत्री आज नैनीताल पहुंचे। अमूमन मुख्यमंत्री का दौरा धूमधड़ाका वाला रहता है, लेकिन आज शांत दिखा। प्रशासन तथा पार्टी की ओर से भी मुख्यमंत्री के दौरे को अधिक सावधानी बरती गयी।
मुख्यमंत्री यहां आये और चंद लम्हे कार्यकर्ताओं के बीच रहे और फिर केन्द्रीय मंत्री अमित साह की बैठक में शामिल होने के बाद भवाली (श्यामखेत) के लिये रवाना हो गये। इस दौरान अधिकारियों को जमघट भी राज्य अतिथि गृह में रहा, लेकिन मुख्यमंत्री किसी से नहीं मिले। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री श्यामखेत में दिल्ली की रहने वाली एक महिला ज्योतिषी एस्ट्रो दीपाली से मिले। मुख्यमंत्री उनके आवास पर गये।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री वहां काफी देर तक रहे और ज्योतिषी ने पूजा पाठ संपन्न कराया। इसके बाद मुख्यमंत्री सीधे देहरादून के लिये रवाना हो गये। प्रशासन ने भी इस दौरे को लेकर मुंह सिले रखे।
हालांकि मुख्यमंत्री का यह दौरा गोपनीय रखा गया, लेकिन इसकी चर्चा सबके होंठों पर रही। मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाने के कारण भाजपा कार्यकर्ता भी नाराज हो गये। कुछ लोगों ने गेट से अदंर नहीं जाने देने पर भारी नाराजगी जताई। इससे प्रशासन तथा पार्टी में खलबली मच गयी। उन्हें किसी तरह से चुप कराया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने स्वयं आकर लोगों से ज्ञापन लिये।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री घोड़ाखाल दौरे पर पहले भी महिला ज्योतिषी से मिल चुके हैं और पूजा पाठ करवा चुके हैं।