जोशीमठ, चमोली के दौरे से वापसी पर शासन से चर्चा उपरांत ही लूंगा निर्णय : एमडी ध्यानी

देहरादून। उत्तराखंड पावर कारपोरेशन (यूपीसीएल) के एमडी द्वारा पिछले माह सितम्बर में मध्य सत्र में किये गये सभी स्थानांतरण आदेशों को शासन द्वारा निरस्त करते हुये भविष्य में बिना अनुमति ट्रांसफर पर रोक लगा दी गयी थी। इसी के मद्देनजर सचिव ऊर्जा आईएएस आर. मीनाक्षी सुंदरम ने गत दिवस एक आदेश जारी करते हुए यूजेवीएनएल व पिटकुल के द्वारा 10 सितम्बर के पश्चात किये गये सभी स्थानांतरण आदेशों को निरस्त करने के फरमान जारी करते हुये आगे भविष्य के लिए शासन की अनुमति अनिवार्य कर दी है।
क्या इस तरह से शासन अराजकता को शह नहीं दे रहा है?
मजेदार तथ्य यहां यह दिखाई पड़ रहा है कि इस प्रकार उत्तराखंड शासन की दोहरी नीति से लगभग लगभग प्रत्येक विभागों में ऊहापोह की स्थिति बनती जा रही है क्योंकि शासन में बैठे आला अफसर बिना सोचे समझे अपनी ईगो और इम्पारटेंस को बनाए रखने के लिए कहीं तो स्वयं सारे नियमों और नीतियों का अतिक्रमण करते हुये जब तब ट्रांसफर करता रहता है और कहीं रोक व निरस्तीकरण की छुरी चलाता है। धामी शासन की इस ढुलमुल व दोहरी नीति एवं दोहरे मापदंड हास्य का विषय बन कर आधीनस्थ अधिकारियों, कर्मचारियों और अभियंताओं को निरंकुश तो बना ही रही है साथ ही राजनीति करके विभागीय प्रबंधन का माखौल उड़ान भी सिखा रही है। जो कभी भी विभागीय हित व अंकुश के लिए उचित नहीं साबित हो सकती।
ज्ञात हो कि पिटकुल एमडी ध्यानी ने पिटकुल के हित में तथा विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ बनाते रखने हेतु तथा विगत लम्बे समय से एक ही स्थान पर जमे लगभग 42 अभियंताओं को इधर से उधर कर दिया था। परंतु सचिव ऊर्जा ने उक्त सभी ट्रांसफर आदेशों को निरस्त किये जाने के साथ साथ भविष्य के लिए शासन से अनुमति को अनिवार्य कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि एक ओर प्रधानमंत्री की बद्री – केदार यात्रा दूसरी ओर दीपावली के मद्देनजर बिद्युत आपूर्ति को सुद्हरण बनाये रखने की भी चुनौती है। पिटकुल के प्रभारी एमडी निदेशक (एच आर) पी.सी.ध्यानी ने फोन पर बताया कि उनकी इस सम्बंध में शासन से वार्ता के उपरान्त ही वे कोई निर्णय लें सकेंगे।
एमडी ध्यानी के अनुसार वे आजकल माननीय प्रधानमंत्री की श्री केदारनाथ धाम व श्री बद्रीनाथ धाम जी के दर्शन यात्रा में विद्युत आपूर्ति निरन्तर व सुचारू बनाये रखने हेतु वे क्षेत्र भ्रमण पर हैं। इस दौरान उन्होंने जोशीमठ 66 केवी सब स्टेशन, तपोवन बिष्णुगाड 520 मेगावाट तथाडी 400 केवी लाईन 7P2, 66 केवी सब स्टेशन कोठियासैण (गोपेश्वर चमोली), 66 केवी सब स्टेशन कर्ण प्रयाग एव 132 केवी सब स्टेशन सिमरी का निरीक्षण किया और कर्मचारियों के हाल भी जाने।
देखिए एमडी भ्रमण एवं कर्मचारियों से सम्पर्क…









