श्रीनगर। केन्द्र शासित जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के नजदीक सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए एक घुसपैठ रोधी अभियान में लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी मारा गया है।रक्षा अधिकारियों ने आज यहां यह जानकारी दी।
श्रीनगर स्थित रक्षा प्रवक्ता कर्नल एमरोन मुसावी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस से घुसपैठ की विशिष्ट सूचना मिली थी, जिसके आधार पर सुदपुरा तंगधार में एक संयुक्त अभियान चलाकर इस घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया गया।
घुसपैठ की कोशिश नाकाम करने के बाद, भारतीय सेना ने कश्मीर में आतंकवाद फैलाने की लगातार कोशिश करने और संघर्ष विराम समझौते की आड़ लेकर शांति और सौहार्द बिगाड़ने के लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा।
प्रवक्ता के अनुसार, मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को लगभग एक बजकर 45 बजे घुसपैठ कर रहे आतंकवादियों पर गोलीबारी की गई, जिसमें एक आतंकवादी मारा गया लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर दूसरा आतंकवादी पीओके की ओर भागने में सफल रहा।
उन्होंने कहा कि आज सुबह में तलाशी अभियान के दौरान एक एके श्रृंखला की राइफल, दो पिस्तौल और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद और युद्ध जैसी सामग्रियों को बरामद किया गया। मृतक की पहचान पीओके के सैयदपुरा निवासी मोहम्मद शकूर के रूप में की गई है।
प्रवक्ता ने कहा कि सुरक्षा बलों को सुदपुरा के रास्ते आतंकवादियों के संभावित घुसपैठ की खुफिसा सूचना प्राप्त हुयी थी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना, जेकेपी और अन्य खुफिया एजेंसियों के बीच घनिष्ठ समन्वय और सही समय पर की गई कार्रवाई से इस घुसपैठ को नाकाम किया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर हो रही धुसपैठ की लगातार कोशिश, कश्मीर में आतंक फैलाने और संघर्ष विराम का मुखाटा ओढ़कर शांति और सौहार्द बिगाड़ने के पाकिस्तानी मंशाओं को दर्शाता है। पाकिस्तान पिछले तीन दशकों से पीओके के युवाओं को चारा के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, जिसका उद्देश्य सामूहिक शांति की कोशिशों को लगातार बाधित करना है।
रक्षा अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादी सर्दियों से पहले हमेशा घाटी में घुसपैठ की कोशिश तेज कर देते हैं क्योंकि बर्फबारी के बाद उनके लिए यहां घुसपैठ करना बहुत कठिन हो जाता है।