मथुरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां इस्कॉन की आझई शाखा में कहा कि शुद्ध दूध से नये उत्पाद तैयार कर पशुपालकों की आय बढ़ाई जा सकती है। श्री योगी ने कहा कि सरकार प्रदेश में नौ लाख से अधिक गोवंश की देखभाल भी कर रही है।
भक्ति वेदान्त गुरूकुल की आझई शाखा में दुग्ध प्रसंस्करण के लिए आधुनिक डेयरी प्लांट का उदघाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दूध से पनीर, मक्खन, घी आदि तैयार कर दूध का ’’वैल्यू एडीशन’’ किया जा सकता है। उन्होंने इसके लिए इस्कान गुरूकुल को अगुवाई करने के लिए सलाह दी। उन्होंने इस्कान के इस नये परिसर में भगवान श्रीकृष्ण और बलराम के मंदिर का लोकार्पण करने के साथ ही पूजा-अर्चना भी की।
देशी गाय की नस्ल को और बेहतर बनाने की जरुरत पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस्कान के इस परिसर में उन्हें उन्नत नस्ल की भारतीय गोवंश देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि मिल जुलकर भारतीय नस्ल की उन्नत गोवंश के लिए कार्य किया जा सकता है। उन्हाेंने कहा कि वैसे यह कार्य मथुरा के वेटेरिनरी विश्वविद्यालय में पहले से हो रहा है। इस्कॉन को वहां जाकर इसे देखना और समझना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जब निराश्रित गाय सड़कों पर घूमती हैं, तो कई बार दंगों का कारण भी बनती हैं। सरकार गोवंश संरक्षण के लिए अनेक योजना चला रही है। प्रदेश के अंदर नौ लाख से अधिक गोवंश की देखभाल सरकार कर रही है। भारतीय नस्ल के गोवंश सुरक्षित रहें इसके लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री का कहना था कि कान्हा की भूमि गोसेवा की भूमि बने इसके लिए सभी को मिल जुलकर काम करना चाहिए । उन्होंने इस अवसर पर गोमूत्र को उपयोगी बनाने पर बल देते हुए कहा कि भारतीय नस्ल के गोवंश से न केवल दुग्ध पदार्थ बल्कि सीएनजी भी बन रही है, बल्कि बदायूं में गोमूत्र और गोबर से पेंट भी बन रहा है। सभी को मिलकर इस काम को आगे बढ़ाने की जरूरत है। हमें प्राकृतिक कृषि को प्रधानता देनी होगी।
व्रज की धरती को अवतार की धरती बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मथुरा के कण कण में भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के दर्शन होते हैं। आज यहां गुरुकुल में निर्मित भव्य मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और दाऊ की प्रतिमा प्रतिस्थापित की गई है। साथ ही गोसेवा के लिए समर्पित दुग्ध प्रसंस्करण केंद्र का भी शुभारंभ हुआ है। उन्होंने इस्कॉन के संस्थापक स्वामी प्रभुपाद को नमन करते हुए कहा कि वे एक संन्यासी थे और हरे कृष्णा मूवमेंट के साथ उन्होंने इस्कॉन की स्थापना की। उन्होंने पूरी दुनिया में 108 मंदिरों के निर्माण के साथ ही श्रीमद्भागवत और श्रीकृष्ण की लीला और उनकी भक्ति का प्रचार प्रसार किया। आज उनके अनुयायी इस क्षेत्र में पूरी ऊर्जा के साथ जुटे हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने आज मथुरा की खारे पानी की समस्या का भी जिक्र किया और कहा कि मथुरा क्षेत्र में जहां खारा पानी और नमकीन मिट्टी की समस्या है उसका भी समाधान गोमय से निर्मित जीवामृत और घनामृत है। इससे धरती के विष को खत्म किया जा सकता है। साथ ही जल का संरक्षण भी महत्वपूर्ण है। उनका कहना था कि देशी गाय केवल दूध देने तक ही सीमित नहीं है। इसे नेचुरल फॉर्मिंग से भी जोडा जा सकता है क्योंकि फर्टीलाइजर और केमिकल फार्मिंग की जगह नेचुरल फार्मिंग से धरती की शुद्धि के साथ ही फसल की शुद्धि और बेहतर उत्पादन सुनिश्चित किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री योगी ने आज सुबह श्रीकृष्ण जन्मस्थान के भागवत भवन में विधि विधान से पूजा अर्चन कर प्रदेश के विकास की कामना की।