देहरादून। प्रवीण टण्डन, मीडिया प्रभारी, पिटकुल ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि पावर ट्राँसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखण्ड लि0 (पिटकुल) के प्रबन्ध निदेशक पी0सी0 ध्यानी एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में ए0डी0बी0 की विषय विशेषज्ञ समिति के साथ भविष्य में वित्तीय वर्ष 2024-25 से शुरू होने एवं वर्ष 2027-28 तक पूर्ण होने वाली परियोजनाओं के सम्बन्ध में पिटकुल द्वारा की गयी तैयारियों के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक आहूत की गयी।
ए0डी0बी0 की विषय विशेषज्ञ समिति का मुख्य उद्देश्य भविष्य की परियोजनाओं के लिए पिटकुल द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर की गयी तैयारी जैसेः- निविदाओं के दस्तावजों का गहन अध्ययन, निविदाओं को आमंत्रित करने हेतु तैयारी, परियोजनाओं से सामाजिक एवं पर्यावरणीय विषयों पर पड़ने वाले प्रभाव आदि का अध्ययन एवं विश्लेषण करना है।
इस सम्बन्ध में ए0डी0बी0 की विषय विशेषज्ञ समिति में अलग-अलग विषय से सम्बन्धित विशेषज्ञों की टीमें आयी हैं जैसे- भविष्य की परियोजनाओं हेतु निविदाओं के दस्तावजों का गहन अध्ययन कर अंतिम रूप देने के लिए समिति, वित्त सम्बन्धी मामलों के लिए वित्तीय विश्लेषण समिति तथा परियोजनाओं से समाज एवं पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन है।
उक्त बैठक में ए0डी0बी0 द्वारा पोषित की जाने वाली परियोजनाओं एवं परियाजनाओं हेतु ऋण सम्बन्धी विषयों के सम्बन्ध में चर्चा हुई। पिटकुल प्रबन्धन द्वारा ए0डी0बी0 की विषय विशेषज्ञ समिति को अवगत कराया गया कि फेज-1 की परियोजनाओं से सम्बन्धित निविदाओं की प्रक्रियाओं को इसी माह नवम्बर, 2022 में पूर्ण कर लिया जायेगा एवं फेज-2 की परियोजनाओं से सम्बन्धित निविदाओं की प्रक्रियाओं को माह फरवरी, 2023 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
उक्त फेज-1 में 220/33 के0वी0 जी0पी0एस0 उपकेन्द्र सेलाकुई देहरादून, 132/33 के0वी0 जी0पी0एस0 उपकेन्द्र (देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर, चम्पावत), 220/132/33 के0वी0 मंगलौर, हरिद्वार, लीलो 220 के0वी0 रूड़की, निर्माणाधीन 220 के0वी0 उपकेन्द्र मंगलौर इत्यादि हैं।
फेज-2 में 400/220 के0वी0 उपकेन्द्र लंढौरा हरिद्वार, 132 के0वी0 उपकेन्द्र सरवनखेरा, ऊधमसिंहनगर, लीलो 400 के0वी0 काशीपुर-पुहाना लाईन, 400 के0वी0 उपकेन्द्र लंढौरा, 220 के0वी0 मैगलोर-नारा लाईन निर्माणाधीन 400/220/132 के0वी0 उपकेन्द्र लंढौरा इत्यादि हैं।
प्रबन्ध निदेशक पिटकुल पी0सी0 ध्यानी द्वारा अवगत कराया गया कि ए0डी0बी0 द्वारा पोषित की जाने वाली फेज-1 की परियोजनाओं से सम्बन्धित निविदाओं को कार्यदायी संस्थाओं को आवंटित किये जाने का कार्य माह जून, 2023 तक लक्षित है एवं माह सितम्बर, 2023 में ए0डी0बी0 के साथ ऋण सम्बन्धी दस्तावेजों पर हस्ताक्षरित होना लक्षित है। ए0डी0बी0 से प्राप्त होने वाले ऋण पर 52 प्रतिशत अनुदान निधि का प्राविधान है। अतः प्राप्त होने वाली अनुदान निधि का सीधा लाभ प्रदेश के सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं को मिल पायेगा।
प्रबन्ध निदेशक पिटकुल द्वारा सूचित किया गया कि उपरोक्त परियोजनाओं के पूर्ण होने पर पारेषण तंत्र का सुदृढ़ीकरण, लाईन-लॉस में कमी तथा पारेषण तंत्र की उपलब्धता में सम्यक् रूप से सुधार होगा, जिसका पूर्ण लाभ प्रदेश के सम्मानित उपभोक्ताओं को प्राप्त होगा एवं उत्तराखण्ड सरकार द्वारा सशक्त उत्तराखण्ड 2025 तक में पिटकुल का भी प्रदेश विकास में एक अहम योगदान होगा।
उपरोक्त ए0डी0बी0 बैठक में पिटकुल के अधिकारियों (प्रबन्ध निदेशक पी0सी0 ध्यानी, मुख्य अभियन्ता स्तर-प्रथम राजीव गुप्ता, महाप्रबन्धक (वित्त), एस0 के0 तोमर, मुख्य अभियन्ता अनुपम शर्मा, अधीक्षण अभियन्ता एस0पी0 आर्य, ललित कुमार, सन्तोष कुमार एवं सचिन रावत के साथ ए0डी0बी0 के जेम्स कोलंथराज, सुश्री एमा मार्सडेन, साजिद राजा, जिगर अरविन्दभाई भट्ट, सुश्री एजिला बर्नाडो, बी0एस0 बेदी एवं स्वयं पण्डा आदि उपस्थित रहे।