अल्मोड़ा/नैनीताल। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में ऐसी फिल्म नीति पर विचार किया जाएगा जिसमें स्थानीयता के साथ ही स्थानीय
कलाकारों, स्थानीय उत्पादों व संस्कृति पर जोर दिया जाएगा तथा स्थानीय फिल्मों को अधिक प्रोत्साहन दिया जा सके।
महाराज ने रविवार को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क मर्चुला में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रतिभाग किया।
इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लगी प्रदर्शनियों का अवलोकन किया तथा पहाड़ी उत्पादों की सराहना की। इस कौथिक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 44 देशों के फिल्म निर्माताओं एवं कलाकारों ने प्रतिभाग किया।
इस फिल्म फेस्टिवल में 40 फिल्मों को दर्शाया गया जिसमें छह एनिमेटेड, आठ डॉक्यूमेंट्री, 16 शॉर्ट फिल्म तथा 10 फीचर फिल्म शामिल हैं। इस दौरान केबिनेट मंत्री ने दर्शाई गई फिल्मों की सराहना की।

साथ ही उन्होंने कहा कि सुदूरवर्ती क्षेत्रों में इस प्रकार के आयोजनों से स्थानीय फिल्मकारों, कलाकारों एवं स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलता है तथा स्थानीय कलाकारों एवं फिल्म निर्माताओं को फिल्मों की बारीकियां समझने का अवसर मिलता है ।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में ऐसी फिल्म नीति पर विचार किया जाएगा जिसमे स्थानीय कलाकारों का सहयोग लेने, स्थानीय उत्पादों, संस्कृति को दिखाने पर फिल्मों को ज्यादा प्रोत्साहन दिया जा सके।
इस दौरान उन्होंने कहा कि लघु फिल्मों, ब्लॉग्स के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। इसलिए उत्तराखंड में एक लघु फिल्म सिटी बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली राज्य का पुरस्कार मिलने से राज्य में फिल्म निर्माण की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।