नैनीताल। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर उत्तराखंड महिला आयोग ने हल्द्वानी के गौलापार में
जनजागरुकता कार्यक्रम चलाया। महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी। महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को रोकने के उपायों के बारे में विस्तार से बताया।
राजकीय इंटर कालेज दौलतपुर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन पर आयोजित कार्यक्रम का आज उद्घाटन राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा को रोकने के लिए अब महिलाओं को ही खुद आगे आकर पहल करनी होगी। उन्हें सबसे पहले शिक्षित होना होगा। उसके बाद आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर होने के साथ अपने अधिकारों के लिए जागरुक होना होगा।
उन्होंने कहा कि अगर यह कार्य सफल हो जाए तो बहुत हद तक हम महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक समझा जाता है कि गरीबी और अशिक्षा महिला हिंसा का मुख्य कारण है, लेकिन शिक्षित समाज में भी महिला संबंधी अपराध बढ़ रहे है। इसके लिए सभी को जागरुक होना होगा। उन्होंने सरकार के माध्यम से महिला सुरक्षा को चलाई जा रही विभिन्न हेल्पलाइनों के बारे में भी बताया।
उन्होंने कहा कि अगर किसी के साथ भी कोई हिंसा, उत्पीड़न, छेड़खानी आदि होती है तो तुरंत हेल्पलाइन नंबरों पर काॅल कर सकते हैं। यह 24 घंटे आपके लिए उपलब्ध है। गौरा देवी एप की भी जानकारी दी गयी। हेल्पलाइन नंबरों को सभी सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करने को कहा गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अंजू कठैत ने पीड़ित महिलाओं को दी जा रही सहायता के बारे में जानकारी दी। पुलिस महिला सेल की प्रभारी उपनिरीक्षक सुनीता कुँवर, कुमकुम धानिक ने कानूनी जानकारी दी।