प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सोमवार को हुये पथराव और आगजनी के मामले में मंगलवार को पूर्व छात्र नेता और कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेकानंद पाठक समेत आठ के खिलाफ कर्नलगंज थाने में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
सोमवार देर रात को पाठक की शिकायत पर 43 गार्डों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। छात्रों का आरोप था कि उन्होने घेर कर उनकी लाठी डंडों से पिटाई की जिसमें दर्जनों छात्र घायल हुये।
छात्रों के बाद सुरक्षाकर्मी प्रभाकर सिंह ने आज कर्नलगंज थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे में आरोप लगाया कि वह सोमवार को विश्वविद्यालय यूनियन हाल पर ड्यूटी पर थे। इस दौरान विवेकानंद पाठक कुछ छात्रों के साथ पहुंचे और अंदर जाने का प्रयास करने लगे। रोकने पर उन्होने मारपीट की और वाहनो में पथराव किया एवं आग लगायी।
जिन छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है उनमें विवेकानंद पाठक, अजय सम्राट, राहुल पटेल, अभिषेक यादव, नवनीत सिंह, हरेंद्र यादव, आयुष प्रियदर्शी, सत्यम कुशवाहा का नाम शामिल है।
इस बीच विश्वविद्यालय परिसर में तनाव को देखते हुये परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। छात्र नेताओं के बवाल की आशंका के मद्देनजर अतिरिक्त फोर्स बुला ली गई है।
उधर, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सुरक्षा गार्ड और छात्रों के बीच हुई मारपीट घटना की भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने कड़ी आलोचना की है। माकपा के राज्य सचिव मंडल रवि मिश्रा ने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षण संस्थानों में हमले और बवाल बड़े हैं फीस वृद्धि से लेकर परिसर में जनतांत्रिक माहौल और पाठ्य पुस्तकों में बदलाव लगातार जारी है।
विश्वविद्यालय परिसर स्थित बैंक में जाने से रोकना प्रशासनिक हठधार्मिता को दर्शाता है।
गौरतलब है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में सोमवार को बैंक में प्रवेश को लेकर छात्र नेता विवेकानंद पाठक और सुरक्षाकर्मी प्रभाकर सिंह के बीच हुआ विवाद मारपीट में तब्दील हो गया था। हिंसक झड़प में कई वाहनो पर पथराव किया गया जबकि दो मोटरसाइकिलों को आग लगा दी गयी। पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंच हालात को काबू किया।